जैसे-जैसे हम लोग ऑनलाइन शॉपिंग के जाल में फंसते जा रहे वहीं छोटा व्यापारी दम तोड़ता जा रहा
एक अकेला थक जायेगा मिल कर बोझ उठाना
साथी हाथ बढ़ाना, अपना दुख भी एक है साथी अपना सुख भी एक नया दौर फ़िल्म का यह गाना आज बहूत कुछ बयां करता हैं । हम सबको ऑनलाइन शॉपिंग से बचकर एक दूसरे का साथ देना चाहिए।
जहां ऑनलाइन बाजार से ग्राहकों को फायदा पहुंच रहा है वहीं छोटे व मध्यम व्यापारी वर्ग को काफी नुकसान भी हो रहा है । इसका सबसे ज्यादा असर छोटे व मध्यम व्यापारियों पड़ रहा ।जिससे वह काफी त्रस्त हैं।आज भी शहरों व गाँव में खुदरा व्यापारी दुकानों में अभी भी ग्राहकों का इंतजार करते रहते हैं।
साथी हाथ बढ़ाना एक अकेला थक जाये मिल कर साथ निभाना
ऑन लाइन बाजार से जहां ग्राहकों को फायदा पहुंच रहा है। वहीं छोटे व मध्यम व्यापारी वर्ग को काफी नुकसान भी हो रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे व मध्यम व्यवसायियों पर पडऩे से व काफी त्रस्त हैं।तेजी से बढ़ रहे ऑन लाइन बाजार से करोड़ों लोगो को रोजी _रोटी के लाले चढ़े हुए है।लोगों की दुकानें बंद होने के कगार पर हैं जैसे-जैसे लोग इंटरनेट के जाल में फंसते जा रहे हैं और ऑनलाइन कारोबार बढ़ता जा रहा है। वहीं खुदरा व्यापार दम तोड़ता जा रहा है और आने वाले समय में करोड़ो छोटे व्यापारी बेरोजगार हो जाएंगे।
हमे ऑनलाइन नही दुकान पर जाकर करनी चाहिए खरीदारी
देश में बढ़ते हुए ऑन लाइन व्यापार एवं विदेशी थौक के बढ़ते हुए कदमों से देश का खुदरा व्यापारी एवं छोटे दुकानदार दु:खी स्थिति में है और यह नहीं समझ पा रहें है। करोड़ों लोगों की आजीविका खुदरा एवं लघु व्यापारियों से चलती है, आगे उनके भविष्य क्या होने वाला है इसकी चिंता देखी जा सकती।