बीमारी की चपेट में पशुधन कई हजार पशुधन काल ग्रसित घटता दुग्ध उत्पादन
सेंट्रल डेस्क
लंपी वायरस की बीमारी की चपेट में देश के करीब कई राज्यों में करीब एक लाख से ज्यादा पशुधन संक्रमित हैं और कई हजार पशुधन काल ग्रसित हो चुके हैं। इसमें अधिकतर गाय और गोवंश हैं।देश में पशुपालन गांव के लोगों की जिंदगी का एक हिस्सा है और पशुधन से भावनात्मक लगाव रहता है।
अगर इस तरह से पशुधन अकाल मृत्यु होती है तो ग्रामीण इलाकों के निर्धन परिवारों की कमर टूट जाएगी पशुधन से ही खेती बाड़ी का काम और दूध का उत्पादन जीविका का एकमात्र जरिया है। पशुधन की अकाल मृत्यु भूमिहीन किसानों और खेतिहर मजदूरों के लिए भारी क्षति है। जिस पर सरकार को अविलंब काम करना होगा। सभी राज्य सरकारों को इस संदर्भ में मुआवजा नीति अपनाकर ऐसे परिवारों को आर्थिक सुरक्षा का इंतजाम करना चाहिए।
केंद्र सरकार के द्वारा इस संक्रमण को रोकने के लिए टीका के प्रयोग की सलाह दी जा रही है। जिस पर राज्य सरकार को निशुल्क टीका उपलब्ध कराने की योजना बनानी चाहिए। इस बीमारी के कारण पंजाब व अन्य राज्यों में कई परसेंट दुग्ध उत्पादन घट गया है।अगर उत्तर भारत के राज्यों में इस तरह से दुग्ध उत्पादन घटेगा तो निश्चित रूप से देशभर में दूध का एक बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा। सरकार के पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय और राज्य सरकार को मिलकर काम करना होगा।