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फूड प्वाइजनिंग से 15 लोग बीमार बच्चों के साथ महिला और पुरुष सभी सदर अस्पताल में भर्ती

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निशांत मिश्र की रिपोर्ट 

अरवल/बिहार जिले के करपी थाना क्षेत्र अंतर्गत रोहाई गांव में में दुर्गा पूजा के दौरान मेला में लगे दुकान में खाना खाने से 15 लोग अचानक बीमार हो गए। ग्रामीणों के सहयोग से अरवल सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराए गए हैं। बीमार सभी बच्चे करपी थाना क्षेत्र के केश्वर बिगहा, बाजीतपुर और बारा गांव के रहने वाले हैं। सभी बच्चे दुर्गा पूजा में मेला घूमने के लिए गए थे इस दौरान रेडी वाले के पास मिठाई और ब्रेड खाई थी जिसके बाद वे लोग मेला घूम कर घर चले गए अचानक रात्रि में उनकी तबीयत बिगड़ी जिसके बाद सभी बच्चों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों द्वारा सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है। वही इटावा गांव निवासी बाबूलाल भीम और उसके पुत्र गौतम कुमार की फूड प्वाइजनिंग से मौत हो गई है।सदर अस्पताल में तैनात इलाज कर रहे चिकित्सक महेंद्र शर्मा के द्वारा बताया गया कि फूड प्वाइजन का शिकार होने के उपरांत सभी लोगों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिसमें 9 छोटे-छोटे बच्चे हैं कुछ महिला और पुरुष भी हैं जिनका इलाज किया जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि 24 घंटे के अंदर सभी को रिकवरी कर लिए जाएंगे। बाजारों में अगर इस तरह से बेकार पड़ा सामग्री का इस्तेमाल खाने पीने वाले चीजों में दुकानदार के द्वारा किया जाता है तो इससे बड़ी लापरवाही और क्या हो सकती है।

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पीड़ित बच्चों के परिजन अनिरुद्ध दास ने बताया कि बच्चे मेला घूमने के लिए गए थे इस दौरान उन्होंने एक ठेले पर ब्रेड और कुछ मिठाइयां खाई जिसके बाद घर पहुंचते ही देर रात उल्टी शुरू हो गई उल्टी होने के बाद बच्चों को कॉपी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। पीड़ित ने बताया कि बच्चों से जब पूछताछ की तो उसने बताया कि मेला में फूड सामाग्री खाने की वजह से उनकी तबीयत बिगड़ी है।पीड़ित बच्चों के परिजनों ने कहा कि इस पर जिला प्रशासन को विशेष तौर पर फ़ूड कारपोरेशन के द्वारा मामले की जांच कराई जानी चाहिए ताकि आगे इस तरह की घटना ना हो सके और वैसे लापरवाह दुकानदार जो इस तरह के बेकार सामग्री का इस्तेमाल कर लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने का काम करते हैं उन पर भी जांच उपरांत कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।अरवल जिले के रामपुर चौरम थाना क्षेत्र के खेदुरु बिगहा गांव निवासी उपेंद्र सिंह कि 45 वर्षीय पत्नी मनोरमा देवी 22 वर्षीय पुत्री पूजा कुमारी 24 वर्षीय पुत्र नवीन कुमार 16 वर्षीय पुत्री खुशी कुमारी और 14 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए जिन्हें अस्पताल में इलाज कराया गया और ठीक होने के बाद घर भेज दिया गया इनके अलावा सुरजी देवी उम्र 60 वर्ष, पिंकी कुमारी, संजू देवी और सिंपी कुमारी फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुई सभी लोग एक ही गांव के रहने वाले हैं एक ही साथ मेला घूमने गए थे और एक ही जगह पर मिठाई और ब्रेड खाई थी जिससे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गई।गाजीपुर निवासी प्रमोद दास के 8 वर्षीय पुत्र पवन कुमार के साथ नीरो देवी रोहाई मेला घूमने गई थी इस दौरान जहरीला मिठाई खाने से रात्रि में बीमार हुई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनके अलावा चांदनी कुमारी सरिता देवी कोमल कुमारी संगीता देवी अक्षय कुमार आरती देवी वर्षा कुमारी और संजू देवी सभी लोग एक साथ एक ही जगह मिठाई खाई।

Advertisment फूड प्वाइजनिंग से 15 लोग बीमार बच्चों के साथ महिला और पुरुष सभी सदर अस्पताल में भर्तीसदर अस्पताल में इटावा गांव निवासी लालबाबू बिंद की फूड प्वाइजनिंग से पहले ही मौत हो गई थी उसके बाद उनके पुत्र गौतम कुमार की मौत हो गई हालांकि सदर अस्पताल के डॉक्टर इस मामले में लीपापोती कर रहे हैं और फूड प्वाइजनिंग से मौत की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। अस्पताल उपाधीक्षक का कहना है कि सांस रुकने से इसकी मौत हुई है हालांकि अब तक मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है और ना ही सांस की कोई बीमारी अस्पष्ट हो पाई है फिलहाल अस्पताल के डॉक्टरों की भी लापरवाही सामने आई है जिसके वजह से अस्पताल के डॉक्टर और अस्पताल उपाधीक्षक लीपापोती में जुट गए हैं।