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नये वर्ष में बिहार कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष अखिलेश के कांटे की ताज के साथअग्नि परीक्षा

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राजकुमार की रिपोर्ट

पटना / बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी मे राज्यसभा सदस्य डां अखिलेश प्रसाद सिंह को नये प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद संगठन में बदलाव की कवायद तेज हो गयी है । बिहार प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने के बाद कई तरहा के नये समीकरण उभर कर सामने आ रही है ।दुसरी तरफ नये अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह के सामने कई चुनौतियों है।

उनहे नीचे पंचायत स्तर से लेकर उपरी स्तर के कमेटी, कार्यकर्ताओं एवं नेताओं की मंशा को समझते हुए मजबूत बनाना होगा।उन्हें कार्यकर्ताओं एवं नेताओं के बीच तालमेल बनाने के लिए करनी पडेगी मशक्कत और कार्यकर्ताओं को भी करना पडेगा रिचार्ज क्योंकि बिहार में महागठबंधन की सरकार चल रही है । वैसे में तालमेल बिठाना चुनौतीपूर्ण कार्य है। महागठबंधन के साथ तालमेल एवं चुनाव में कदम से कदम मिलाकर चलने की चुनौती होगी राजनीतिक विश्लेषक सह शिक्षाविद रंजय कुमार का मानना है कि नये वर्ष में नये अध्यक्ष के सामने आने वाले 2024 का लोकसभा चुनाव कांटों से भरा होगा उसमें महागठबंधन के साथ चुनाव लडने की ही नहीं अच्छी सीट हासिल करने की होगी और 2025 के विधानसभा में दमदार भूमिका की चुनौती होगी ।

क्योंकि लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में सीट बटवारे को लेकर आपसी सामंजस्य बैठाना होगे । उनहे कई तरह के अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा इसे कैसे निपटेंगे इसके लिए विजन बनानी होगी दुसरी तरफ भाजपा के बढ़ते जनाधार एवं 2024 के लोकसभा चुनाव में केन्द्र की सत्ता से मोदी सरकार को हटाने की चुनौती भरा कार्य है केन्द्रीय नेतृत्व ने इन पर भरोसा जताते हुए विश्वास किया है ।

अब वे केन्द्रीय नेतृत्व पर कैसे खढा उतरगे अब इसे देखना होगा कि वे मजबूत विपक्ष के साथ आक्रामक लहजे में कैसे निपटगे । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सह पूर्व मंत्री हरखु झा का कहना है कि इनके पास संसदीय एवं संगठन चलाने का अनुभव है। इनके अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस कमेटी मे नई उम्मीद के साथ आस जगी है बिहार के कांग्रेस को मजबूत बनाने में सफल होगे।

हलांकि अखिलेश सिंह राजद सुप्रिमो लालू प्रसाद यादव के पाठशाला से निकले हुए राज्य नेता है वे लालू राबड़ी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री निभा चुके हैं । साथ ही केन्द्र की सप्रग सरकार में केन्द्रीय मंत्री के साथ संगठन में भी शामिल थे । उन्हें संसदीय के साथ संगठन का भी अनुभव रहा है ।उन्हें राज्य के साथ केन्द्र की राजनीति में भी काफी अनुभव रखने वाले व्यक्ति हैं वे लालू प्रसाद के पाठशाला से निकले डॉ अखिलेश सिंह सरकार, संगठन एवं जनता के बीच तालमेल बनाने एवं कार्यकर्ताओं को साधने में सक्षम साबित होगे इन्हें अपनी नेतृत्व कौशल और बढाने होगे ।