स्वदेश प्रेम का संदेश देती हैं गुप्त जी की रचनाएं : रेणु देवी
पटना/ आजादी के अमृत महोत्सव काल में उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने राष्ट्रकवि मैथिली शरण गुप्त जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन किया है तथा अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया है।
इस अवसर पर रेणु देवी ने कहा कि गुप्त जी के जीवन में राष्ट्रीयता के भाव कूट कूट कर भरे थे। उनकी सभी रचनाएं राष्ट्रीय विचारधारा से ओत प्रोत हैं। महात्मा गांधी ने उन्हें राष्ट्रकवि कहे जाने का गौरव प्रदान किया। भारत सरकार ने उन्हें पद्मविभूषण से अलंकृत किया तथा दो बार राज्यसभा की सदस्यता प्रदान की।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गुप्त जी के काव्य में भारतीय नारी का स्वतंत्र व्यक्तित्व, स्वाभिमान, दर्प और स्वावलंबन का समुचित चित्रण हुआ है। उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से उर्मिला, यशोधरा और विष्णुप्रिया जैसी उपेक्षित नारी चरित्रों को प्रमुखता से राष्ट्र की मुख्य धारा में ला दिया।
रेणु देवी ने आगे कहा कि मैथिली शरण गुप्त ने खड़ी बोली को काव्य भाषा के रूप में स्थापित किया। यह हिंदी जगत को उनकी सबसे बड़ी देन है। आज देश को गुप्त जी जैसे राष्ट्रवादी कवियों की बड़ी आवश्यकता है।