खूबसूरत धरती के लिए विनाशकारी साबित
हम आज चारों तरफ प्लास्टिक से घिर चुके हैं हमारे पास शायद ही ऐसी कोई वस्तु हो जिसमें प्लास्टिक का मिश्रण न हो अब यह प्लास्टिक हमारी खूबसूरत धरती के लिए विनाशकारी साबित हो रहा है आज इसी की वजह से जलीय और स्थलीय जीव के साथ ही मानव का जीवन संकट में पड़ गया है । प्लस्टिक पर्यावरण और जैव विविधता के लिए भी खतरनाक साबित हो रहा है इसके चलते जल प्रदूषण बढ़ा है नदियों का दम फूल रहा है इसके अलावा वायु प्रदूषण बढ़ा है ।प्लास्टिक की सबसे खतरनाक बात यह है कि आज जो पीढ़ियां इसका उपभोग कर रही हैं वे यहां से चली जाएंगी लेकिन यह यही बना रहेगा।
वैसे सरकार ने इसी आपदा से निपटने के लिए देश में 1 जुलाई से उन्नीस प्लास्टिक उत्पादों, जो सिंगल यूज प्लास्टिक की श्रेणी में आते हैं पर प्रतिबंध लगा दिया है यह फैसला देर से ही सही, लेकिन स्वागत योग्य है मगर यह राह इतनी आसान है नहीं जितनी हम समझ रहे हैं ।क्योंकि हम बहुत अच्छी तरह जानते हैं कि केवल कानून बना भर देने से व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो सकती इस महत्त्वाकांक्षी योजना के सामने कुछ चुनौतियां बनी हुई हैं पहली चुनौती यह है कि क्या सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प हमारे देश में इतनी जल्दी मौजूद हो पाएगा। क्योंकि हम इसके आदी हो चुके हैं इसको हमारे जीवन से निकालना इतना आसान नहीं है। दूसरे माना जा रहा है कि इस फैसले के बाद देश की अट्ठासी हजार इकाइयां बंद हो सकती हैं जो सिंगल यूज प्लास्टिक के क्षेत्र में कार्यरत हैं इस स्थिति में यह तय है कि उनमें कार्यरत लोगों को रोजगार से हाथ धोना पड़ेगा इस उद्योग पर करीब दस लाख से अधिक लोग रोजगार के लिए आश्रित हैं यानी बेरोजगारी की बाढ़-सी आ जाएगी ।