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भाजपा की अंदरूनी ‘बी टीम’ का अब जाकर हुआ खुलासा : भाजपा की अंदरूनी बी टीम का अब जाकर हुआ खुलासा

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
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लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे इसके असली बहुरूपिये, आंतरिक तौर पर डबल रोल वाले खिलाड़ियों के चेहरे भी साफ होने लगे हैं। भाजपा की असली बी टीम सामने आ गई है। उनकी सूची भी सामने आने लगी है ।
असली गद्दारों, असली देशद्रोहियों के नाम भी खुलने लगे हैं । यह बात भले कुछ लोगों को अप्रिय लगे। लेकिन बिल्कुल सच बात है। ऐसे लोगों की भरमार इंडिया गठबंधन में पहले से थी। जिनका खुलासा अब होने लगा है।
इन पंक्तियों के लेखक ने समय-समय पर जनता को आगाह किया था कि डबल रोल करने वाले ऐसे तमाम नेता, इन मध्यमार्गी दलों में घुसे पड़े हैं , जो मतदान के पहले तक जरूर पहचान लिए जाएंगे, क्योंकि गिरफ्तारी के डर से ये जरूर सरेंडर कर देंगे।
वही हुआ। सभी गद्दार बहुरुपियों के चेहरे से नकाब हट गए हैं। ये सभी अपने समय में अखंड भ्रष्टाचार लूटपाट में फंसे हुए थे । केवल गिरफ्तारी से बचने निरंतर डबल रोल कर रहे थे।
तब कुछ लोगों को बुरा लगा था । लेकिन आज पुनः उन्हें बातों को रेखांकित करने के साथ याद दिलाने का समय आ गया है।
याद कीजिए, जब हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया गया था । तब बिहार के दोनों सुरमा भोपाली बाप बेटों को कुछ नहीं हुआ था। तब बड़ा शोर था कि यह लोग भी पकड़े जाएंगे।
लेकिन ईडी ने पूछताछ के लिए इनको बुलाया था । दोनों बड़बोले बाप बेटों से 8 घंटे की पूछताछ हुई थी। लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी। पूछताछ का केवल ड्रामा हुआ था। बेटा जब पूछताछ के बाद बाहर निकला तो उंगलियों से विक्ट्री का चिन्ह दिखा रहा था ।
तभी ईडी के एक शीर्ष पदाधिकारी ने बता दिया था कि दर असल , इन दोनों सूरमा भोपाली घोटालेबाजों ने देश विक्रेता गैंग के सरगना के सामने सरेंडर कर दिया है।
देश के सबसे बड़े माफिया गैंग के सामने सरेंडर कर दिया है, इसलिए दोनों गिरफ्तारी से बच गए ।
बेचारा हेमंत सोरेन अपने वोटरों के नजर में नंगा नहीं होना चाहता था, इसलिए वह गिरफ्तार हो गया।
समझदार लोगों ने उसी समय बाप बेटा के डबल रोल को पकड़ लिया था।उसी समय तय हुआ था विधानसभा में तुम लोगों रहोगे । लोकसभा में सिर्फ मैं रहूंगा ।दिल्ली मेरा , बिहार तेरा, इसी फार्मूले पर जान बची थी। तभी इनको कहा गया था कि तुम्हें दोनों को इंडिया गठबंधन को तहस-नहस भी करना है और मालिक के आदेश पर दोनों बाप बेटे ने यही किया।
इसी तरह बंगाल में भी ममता को तथा उसके भतीजे को गिरफ्तार नहीं करने के शर्त पर उनकी भी जान बची ।
गुजराती गैंग का सारा खेल तो सामने दिखाई दे रहा है। बिहार में इंडिया गठबंधन के साथ लालू जी क्या कर रहे हैं। सब लोग को दिखाई दे रहा है। क्यों कर रहे हैं, अंदर की कहानी भी सामने आ गई है।
केजरीवाल को बदनाम करने वाले लोग अब समझ गए कि भाजपा की बी टीम के सदस्य कौन-कौन लोग हैं।
उनको बदनाम करने वाले ही खुद भाजपा के बी टीम का अंग बन गए । यही लोग डबल रोल करने वाले आदमी हैं । देश के गद्दार कौन हैं, साक्षर जनता भी समझने लगी है।
इन्हीं लोगों के कारण लोकसभा 2024 का रिजल्ट बिल्कुल शीशे की तरह साफ हो गया है। 90% जनता भाजपा के खिलाफ में है, फिर भी गद्दार नेता विरोधी वोटरों को बांटने की साजिश में खुलकर कूद पड़े हैं। उधर ईवीएम है ही। ईवीएम के कारण कैसा रिजल्ट होगा, यह सबको दिखाई दे रहा है।
अब जनता ही एकजुट होकर अगर अलग-अलग जगह पर देश की प्रमुख विपक्षी दल के उम्मीदवारों को अगर जीता दें तो अलग कहानी बन सकती है। अलग-अलग सीटों पर प्रमुख मजबूत गैर भाजपाई उम्मीदवार को चिन्हित करके थोक भाव में वोट दे, उसे जीता दे तो अलग कहानी नयी तस्वीर बन सकती है।
वरना इन मध्य मार्गी घोटालेबाज दलों और नेताओं ने तो अपने स्तर से पूरा बेड़ा ग़र्क करने की तैयारी कर ली है।