क्यों कमजोर लोगों के साथ मोलभाव वाली सौदेबाजी
किसी की मदद करने के लिए इंसान के पास धन से ज्यादा मन होना चाहिए ,अगर आपके मन में इंसानियत को बनाए रखने की चाह है तो आप किसी भी हाल में दूसरों की मदद कर सकते हैं ।
क्यों हम कुछ रुपए बचाने के लिए हमेशा गरीब दुकानदारों या अन्य रोजगार में लगे कमजोर लोगों के साथ मोलभाव वाली सौदेबाजी करते हैं और उसके लिए उसे कठघरे में खड़ा करते हैं।जब कि हम बिना किसी सौदेबाजी के काफी पिज्जा और अन्य वस्तुओं पर काफी खर्च करते हैं। वहां हम एक बार भी ऐसी चीजों की कीमत नहीं पूछते। वास्तव में हमें गरीबों का सामान खरीदकर उनकी मदद करनी चाहिए । हमें गरीबों के साथ समझदार और दयालु होना चाहिए ,कंजूस नहीं क्योंकि उनका आशीर्वाद हमें और आपको और अमीर बना देगा ।लोग जब भी ठेला वाले से कुछ भी खरीदते हैं तो हमेशा कुछ रुपया कम करने को कहते है ।
लेकिन वही लोग जब बड़े-बड़े रेस्तरां में जाते है तो पचास या सौ रुपए केवल बख्शीश में दे देते हैं
अपने आसपास जो ठेला वाले लोग होते हैं उन पर भी ध्यान देना चाहिए और अपने प्रयासों से ऐसे लोगो की मदद करनी चाहिए , वही असल मायने में सच्ची मानवता इंसानियत होती हैं।