बिहार

सदर अस्पताल में एक महादलित परिवार का बेटा टेटनेस रोग से ग्रसित एम्बुलेंस के लिए तरसा

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
Listen to this article

संतोष कुमार की रिपोर्ट 

सुपौल/बिहार जीवन और मौत से लड़ रहे थे बार-बार अनुरोध कर रहे थे लेकिन एक नहीं सुनी। बीते 24 घंटे से ज्यादा का समय बीतने के बाबजूद भी सरकारी एम्बुलेंस तेल के अभाव में खड़ा है ।सदर प्रखंड के हरदी दुर्गा स्थान वार्ड 03 सदर अस्पताल में आए टेटनस के गंभीर मरीज को रेफर करने के 24घंटे बाद काफी फजीहत झेलने के बाद एंबुलेंस मुहैया कराया गया। इससे पहले सदर प्रखंड से हरदी दुर्गा वार्ड 03 से सदर अस्पताल पहुंचे टेटनस के गंभीर मरीज को डॉक्टरों ने देखते ही डीएमसीएच रेफर कर दिया। लेकिन अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था के कारण मरीज एंबुलेस कर्मी को पैसे देने पहुंचे परिजन, हालांकि उनसे पैसे नहीं लिए गए।

adverti office सदर अस्पताल में एक महादलित परिवार का बेटा टेटनेस रोग से ग्रसित एम्बुलेंस के लिए तरसा

सदर अस्पताल के चिकित्सक के द्वारा इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसे टेटनेस रोग से ग्रसित होने के उपरांत दरभंगा डीएमसीएच रेफर कर दिया मगर 24 घंटे से ज्यादा समय बीत चुका है। बावजूद महादलित परिवार का सदस्य राजकुमार सादा को सरकारी एंबुलेंस मुहैया तक नहीं कराया जा सका है। वहीं प्राईवेट एंबुलेंस से मरीज को दरभंगा ले जाने में असमर्थ परिजन अंत में हार कर खुद से सरकारी एंबुलेंस चालकों से मरीज को पहुंचाने की गुहार लगाने लगे तो चालक द्वारा मरीज को पहुंचाने के लिए परिजन से 1500 रुपए की मांग की जाने लगी।

banner 1 सदर अस्पताल में एक महादलित परिवार का बेटा टेटनेस रोग से ग्रसित एम्बुलेंस के लिए तरसासदर अस्पताल में तैनात चिकित्सक डॉ अजय कुमार झा से जब सवाल किया तो उन्होंने कहा कि टेटनस रोग से मरीज ग्रसित जरूर है, जिसे रेफर किया गया है मगर सरकारी एंबुलेंस में तेल के अभाव की वजह से मरीज को ले जाया नहीं जा सका है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की ओर से कदम उठाए जाने की दलील देने में जुटे हैं।

मामले की पड़ताल के दाैरान के जब एसीओ से पूछताछ की गई तो उन्होंने कहा कि मुुझे सूचना नहीं थी। मरीज के बारे में एंबुलेंस की व्यवस्था करवा कर मरीज को भेजा जा रहा है। एंबुलेंस का किराया अस्पताल प्रबंधक द्वारा भुगतान किया जाएगा। जिसके बाद एसीओ के पहल पर मरीज को इमरजेंसी वार्ड से निकालकर एंबुलेंस के पास लाया गया। जहां चालक फिर से पैसे की मांग करने लगा तो पीड़ित के परिजन जोगेन्द्र सादा से चालक ने तेल के लिए 1500 रुपए मांगा है। मरीज को एंबुलेंस पर चढ़ाने के दौरान जोगेन्द्र सादा हाथ में पैसे लिए खड़ा था। मौके पर उपस्थित एंबुलेंस चालक राजीव कुमार यादव ने मीडिया कर्मियों को देख पैसे लेने से इंकार कर दिया। चालक ने बताया कि गाड़ी में तेल नहीं रहने के कारण तेल के दाम की मांग की गई थी। बाद में अस्पताल प्रबंधक का फोन आया कि तेल का दाम परिजन से पैसे नहीं लेना है।