बिहार

पत्नी ने विरोध किया तो पति ने प्राइवेट पार्ट काट दिया

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एक महिला अपने बच्चे के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में मदद की गुहार लगाने पहुंची। महिला का आरोप है कि पति का गैर महिलाओं के साथ संबंध था जब उसने विरोध किया तब उसके पति ने प्राइवेट पार्ट काट दिया। पति का साथ उनकी दोनों बहनों ने दिया। आरोपियों पर कार्रवाई किए जाने की मांग पीड़िता ने की है।

उसका कहना है कि 17 साल के उम्र में उसकी शादी 2011 दिसंबर में हुई थी। शादी के बाद उसे पता चला कि पति का दूसरे लड़की से अफेयर है। पति को सेक्सुअल बीमारी भी है। जब उसने इस संबंध में अपनी सास से बात की और पूछा कि आपने मेरी जिन्दगी क्यों खराब की तब सास ने जवाब दिया कि वो लड़का है। दो क्या दस लड़की रखेगा तुम बोलने वाली कौन होती हो।पीड़िता ने यह भी बताया कि शादी के बाद से ही अक्सर उसके साथ मारपीट की जाने लगी।

उनकी ननन सुनीता और रीता वर्मा जो दो जुड़वा बहने हैं इन दोनों ने हाथ-पैर बांधे मार दिया और पिटाई की। वहीं पति ने चाकू से प्राइवेट पार्ट को काट दिया। चिखने और चिल्लाने की आवास सुनकर आस-पड़ोस के लोग पहुंच गये और तब मेरी जान बच पायी।जिसके बाद दूसरे प्राइवेट अस्पताल में टांका लगाया गया। जिसके बाद घरवालों को घटना की जानकारी दी गयी। पीड़िता ने बताया कि उनके माता-पिता नहीं है बड़े पापा ने मुझे गोद लिया था।  प्रेग्नेंट हुई तब घर में खाना-पानी तक बंद कर दिया गया। बासी और जुठन खाकर उसने जिन्दगी बितायी। उसे घर से बाहर तक नहीं निकने दिया जाता था। वह काफी डिप्रेशन में थी। जब 2013 में उनका बच्चा 8 माह का था तब अधमरे हालत में उसे छोड़ दिया गया। 2015 में जब वह नॉर्मल हुई तब दानापुर कोर्ट में केस दर्ज कराया। कोर्ट से वारंट जारी होने के बाद भी थानों वालों ने पैसे लेकर उसे छोड़ दिया। पति ने हर तरह के हथकंडे अपनाए।

गया कोर्ट में तलाक का केस लाया गया तब बिना तलाक लिए ही 2016 में पति ने दूसरी शादी कर ली। थक हारकर वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में आई हैं। वो बड़ी उम्मीद लेकर आई है कि उसके साथ न्याय होगा और सरकार उसकी मदद करेंगे। सब जगह से सिर्फ आश्वासन दिया गया लेकिन कुछ कार्रवाई नहीं की गयी। पीड़िता ने बताया कि उसका पति यह धमकी देता है कि तुम्हे जीतना जोर लगाना है लगा लो प्रॉपर्टी का एक टुकड़ा नहीं दूंगा। बच्चे का हक मिल जाए ताकि यह अच्छे से जिन्दगी जी पाए। वह मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाने के लिए जनता दरबार में पहुंची है। मुख्यमंत्री से यही उम्मीद लेकर आई है कि महिला उद्योग का 10 लाख ऋण मिल जाए जिससे खुद का व्यवसायी शुरू कर सके। जिससे वह अपने बच्चे की परवरिश अच्छे से कर सके।