मुखिया सकारात्मक पहल कर विकास में योगदान दें : जिलाधिकारी
News डेस्क
मधुबनी/ अमित कुमार जिला पदाधिकारी, मधुबनी जिले के घोघरडीहा प्रखंड के सभी नव निर्वाचित मुखिया जनों से समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित संवाद कार्यक्रम में मिले।
बताते चलें कि जिलाधिकारी द्वारा बारी बारी से जिले के सभी प्रखंडों के नव निर्वाचित मुखिया जनों से मुलाकात की जा रही है। इस मुलाकात का मकसद उनके संबंधित पंचायतों में लोक सेवक के रूप में उनकी भूमिका को रेखांकित करना है।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में कोरोना से प्रतिरक्षा के लिए पंचायत के सभी योग्य व्यक्ति को टीका लगवाना है। चूंकि कोरोना वायरस बार बार अपना स्वरूप बदल कर लोगों को नुकसान पंहुचा रहा है, ऐसे में सभी लोगों का टीका से प्रतिरक्षित होना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने मुखिया की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मुखिया की जिम्मेवारी केवल सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन तक सीमित नहीं है, बल्कि पंचायत के अंतर्गत संचालित सभी गतिविधियों पर नजर बनाए रखना भी है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जनहित में आंगनवाड़ी द्वारा कुपोषण दूर करने व जीविका ग्राम संगठन द्वारा जन जागरूकता और आर्थिक संबल प्रदान करने वाली सतत जीविकोपार्जन योजना जैसी कई योजनाएं चलाई जाती हैं। उन योजनाओं का लाभ उपयुक्त लाभुक तक पंहुच सका कि नहीं। योग्य व्यक्ति का शिक्षक नियोजन में चयन हुआ कि नहीं। लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला कि नहीं। इस प्रकार की तमाम योजनाओं की जानकारी रखना और पंचायत के लोगों का मार्गदर्शन करना प्रत्येक मुखिया का कर्तव्य है।
मुखिया अपने पंचायत के सर्वाधिक मतों के साथ चयनित होकर सबसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन होते हैं। यह बात याद रखने की है कि सभी अधिकारों के साथ उनके कर्तव्य स्वतः जुड़ जाते हैं। एक लोक सेवक के रूप में आप न केवल योजनाओं की अनुशंसा के पात्र हैं बल्कि योजनाओं की स्वीकृति देने के अधिकारी भी हैं। ऐसे में लोकसेवकों पर लागू होने वाले सारे नियम आप सभी पर भी लागू होते हैं। यदि आपके द्वारा गलत आचरण किया जाता है तो इसके लिए दंड के प्रावधान भी बने हुए हैं। पंचायतों की हर छोटी या बड़ी राशि का गबन करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई तय है।
पंचायत के समग्र विकास के लिए मुखिया की दृढ़ इच्छाशक्ति अत्यंत आवश्यक है। आपके बेहतर प्रयास से पंचायतों का कायाकल्प किया जा सकता है। उन्होंने विशेषकर महिला मुखिया से नेतृत्व की अपील करते हुए कहा कि आपके उदाहरण से समाज की लड़कियों का मार्गदर्शन होगा। इसलिए आप लोग एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करें।
उन्होंने पंचायत के सभी वर्ग और समुदाय से सम्यक व्यवहार करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि चुनाव अब समाप्त हो चुके हैं, ऐसे में जिन्होंने आपको मत दिया अथवा नहीं सभी लोग आपके अपने लोग हैं। इसलिए पंचायत की योजनाओं में अपने और पराए के भेदभाव से ऊपर उठकर सभी जरूरतमंदों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पंहुचाएं।
उन्होंने नए पंचायत सरकार भवन के निर्माण के लिए पचास डिसिमल गैर विवादित भूमि को चिन्हित कर जिला मुख्यालय को सूचित करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि जहां भी पंचायत सरकार भवन का निर्माण नहीं हो सका है, क्रम से ऐसे सभी पंचायतों का अवसर आएगा।
उन्होंने प्रत्येक शनिवार को आयोजित होने वाले थाना दिवस पर पंचायत के भूमि विवाद को निपटाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के कार्यालय जिले के सभी अनुमंडलों में कार्यरत हैं। जहां किसी भी लोक सेवक के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।
जिलाधिकारी द्वारा उम्मीद जताई गई कि कोरोना संक्रमण समाप्त होने के उपरांत जिले के विभिन्न पंचायतों में बारी बारी से ग्राम विकास शिविरों के आयोजन भी किए जाने हैं। इन आयोजनों के माध्यम से पंचायत की हर छोटी बड़ी समस्या का त्वरित निष्पादन किया जा सकेगा।
उन्होंने सभी नव निर्वाचित मुखिया जनों को उनके उज्ज्वल कार्यकाल की शुभकामनाएं देते हुए साफ नियत से कार्य करने और विकास को गति देने की अपील की।
उक्त बैठक में प्रमोद कुमार झा, जिला समन्वयक, यूनिसेफ द्वारा जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिले भर में संचालित होने वाली विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी गई।
बैठक में शैलेंद्र कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी सहित घोघरडीहा प्रखंड के सभी मुखिया उपस्थित थे।