बिहार

आईसीडीएस की समीक्षा बैठक में डीएम ने दिए कई निर्देश

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मधुबनी /जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में बाल विकास परियोजना से संबंधित कार्यों की समीक्षा हेतु जिले के सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों की जिला स्तरीय समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी द्वारा परियोजनवार सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों से उनके प्रखंड के अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली गई। उन्होंने इस क्रम में आंगनवाड़ी केंद्रों पर कार्य कर रही सेविकाओं और सहायिकाओं की गतिविधियों की भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी संबंधित सभी आंगनवाड़ी केंद्रों का बारी बारी औचक निरीक्षण करें और प्रति महीने अनुपालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।

उन्होंने स्पष्ट किया कि पंचायतों के बुनियादी विकास में आंगनवाड़ी केंद्रों की भूमिका अहम है। ऐसे में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर सभी निर्धारित योजनाओं के अतिरिक्त पेय जल की उपलब्धता और शौचालय का क्रियाशील होना अत्यंत आवश्यक है। अतः इसे सुनिश्चित किया जाए।

जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को अपना भवन हो, यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी आंगनवाड़ी केंद्र के पोषक क्षेत्र में गंभीर कुपोषित बच्चा है, तो उसे अविलंब चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जाए। इसके अतिरिक्त आवश्यकता होने पर कुपोषित बच्चों के अभिभावक को संतुलित आहार की समुचित जानकारी दी जाए। ताकि, घरेलू आहार और आंगनवाड़ी केंद्रों पर उपलब्ध पोषक आहार द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य में अपेक्षित सुधार लाया जा सके।

उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घरेलू प्रसव और निजी अस्पतालों में प्रसव को प्रश्रय देने पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना होगा। सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं। ऐसे में सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव को अपनाना चाहिए।

उन्होंने उपस्थित सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि आंगनवाड़ी केन्द्रों की कुव्यवस्था की शिकायतें आने पर उनकी जवाबदेही तय की जाएगी।

उक्त बैठक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आईसीडीएस, श्रीमती शोभा सिन्हा सहित जिले की सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित थी।