गायघाट महिला रिमांड होम केस की जांच प्रक्रिया को प्रभावित करने की आशंका : आप
News डेस्क
पटना /आम आदमी पार्टी बिहार की प्रदेश प्रवक्ता गुलफिसा यूसुफ ने गायघाट पटना महिला उत्तर रक्षा गृह कांड को सरकारी दबाव में रफा दफा किए जाने की साजिश का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा है कि फिर एक युवती ने महिला रिमांड होम की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता के ऊपर अब एक नया और गंभीर आरोप लगाया है आरोप लगाने वाली लड़की का कहना है कि वो पढ़ी-लिखी नहीं है उसे सिर्फ अपना नाम लिखने आता है। जिस पेपर पर उससे साइन लिए गए, उस पर कुछ बातें लिखी हुई थीं, मगर उसे वो पढ़ नहीं सकती थी। और लड़की के पूछे जाने पर की यहां पहले से क्या लिखा है, तो वंदना गुप्ता ने कहा बस तुम साइन करो। यह बात 15 फरवरी की है। 24 फरवरी को उसे गायघाट महिला रिमांड होम से छोड़ा गया है।’युवती और उसके परिवार को डर है कि जिस कागज पर उससे साइन लिए गए हैं, वंदना गुप्ता कहीं उसका कोई गलत इस्तेमाल न करें। यह गंभीर चिंता की बात है।
गुलफिसा यूसुफ ने आगे कहा की क्योंकि रिमांड होम केस में दो प्राथमिकी एफआईआर पहले से ही दर्ज है और जांच चल रही है। महिला रिमांड होम सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर जबरन नशे की सुई देने, मारपीट करने और देह व्यापार के लिए बाहर भेजे जाने का आरोप एफआईआर में दर्ज किया गया।
विगत दिनों में अनेकों एफआईआर दर्ज होने के बावजूद भी वन्दना गुप्ता को गिरफ्तार नही किया जाने के पीछे कहीं न कहीं सरकारी संरक्षण वजह प्रतीत होता है। आम नागरिकों में सरकार के इस रवैए से आक्रोश के साथ साथ रक्षा गृह की पीड़िताओं में निराशा है लिहाजा उत्तर रक्षा गृह की अधीक्षिका वन्दना गुप्ता को गिरफ्तार कर जांच की करवाई चलनी चाहिए। आरोपों से बचने के लिए साक्ष्यों को नष्ट करने की पूरी कोशिश भी की जा सकती है।