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जयनगर प्रखंड के सभी मुखिया से D M ने भविष्य की योजनाओं पर की चर्चा ।।2 .कदाचार मुक्त परीक्षा से समाज काबिल हाथों में रहेगा : जिलाधिकारी

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News डेस्क

मधुबनी/ अमित कुमार जिला पदाधिकारी द्वारा जिले के जयनगर प्रखंड अंतर्गत नव चयनित सभी मुखिया के साथ समाहरणालय के कार्यालय कक्ष में उनकी भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की गई।

बताते चलें कि इस बैठक में जयनगर के सभी 15 पंचायतों के नव निर्वाचित मुखिया पहली बार जिलाधिकारी से रु ब रु हुए।

जिलाधिकारी ने संबोधित करते हुए कहा कि आप सब अपने बेहतर नेतृत्व व कार्यों के आधार पर चयनित होकर आए हैं। इनमे बड़ी संख्या में महिलाएं भी चुन कर आई हैं। सरकार द्वारा इस बार महिला मुखिया हेतु दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि किसी भी बैठक में महिला मुखिया को स्वयं हिस्सा लेना है और उनके स्थान पर उनके प्रतिनिधि शामिल नहीं हो सकेंगे।

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी को सरकार की सारी योजनाओं की पूर्ण जानकारी हो ये अत्यंत आवश्यक है। आपके माध्यम से पंचायत स्तर पर विभिन्न योजनाओं का चयन, समितियों का गठन और ग्राम सभा की बैठकों का आयोजन किया जाना है। आप सभी सरकारी कर्मियों की तरह ही लोक सेवक की भूमिका में हैं। आप जो भी गतिविधि करेंगे उससे आपके पंचायत के लोगों को दिशा प्राप्त होगी। लोकसेवक यदि अनुचित कार्य करते हैं तो उन पर कानून सम्मत कारवाई करने का प्रावधान है, यही नियम आप सबों पर भी लागू होता है।

जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की आप सभी से बड़ी उम्मीदें हैं। आपको अपने सभी पंचायत वासियों के बीच सम्यक भाव रखना है, चाहे उनसे आपको वोट मिला हो या नहीं। आपको सरकार द्वारा आवंटित कार्यों से आगे बढ़कर अपने पंचायत के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करना होगा। विशेषकर अतिक्रमण को लेकर भूमि विवादों की संख्या बढ़ती ही जाती है। इस परिप्रेक्ष्य में कई बार देखा गया है कि लोग सरकारी भूमि पर कब्जा कर लेते हैं, जो चिंता की बात है। सरकार द्वारा कई योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए सरकारी भूमि की आवश्यकता होती है। ऐसे में आप उन्हें चिन्हित कर लें ताकि उन योजनाओं को आपके पंचायत में पूर्ण कराया जा सके। उन्होंने ऐसे पंचायतों की सूची भी तलब की है जहां अभी तक पंचायत सरकार भवन का निर्माण नहीं हो सका है।

जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी मुखिया से अपनी अपेक्षाओं के बारे में बताते हुए कहा कि प्रखंड के सभी पंचायत यह प्रयास करें कि उनका नाम आदर्श पंचायत के रूप में केंद्र सरकार को प्रेषित की जा सके। इस दिशा में किसी भी पंचायत द्वारा कोई सकारात्मक योजना बनाई जाती है तो जिला प्रशासन, मधुबनी सदैव उनके सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है।

बॉर्डर एरिया में किशोरों के जागरूकता के प्रति भी जिलाधिकारी ने सभी को आगाह किया। उन्होंने कहा कि किशोरवय बच्चे गलत संगत में पड़कर बॉर्डर एरिया में मद्य निषेध कानून के उल्लंघन में संलिप्त पाए जाते हैं। ऐसे में उनके परिवारों को सजग करने की आवश्यकता है। इससे बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा पेंशन योजना, कन्या विवाह योजना और खाद्य आपूर्ति जैसी कई लोक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनकी जानकारी से लोगों को राहत पंहुचाई जा सकती है। उपस्थित महिला मुखिया से मुखातिब होते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीति को रोकना आपका परम कर्तव्य होना चाहिए। जिससे अन्य महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त हो सके।

उक्त बैठक में श्री विशाल राज, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, श्री शैलेंद्र कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी, , श्री संतोष कुमार चौरसिया, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, जयनगर के साथ साथ पंचायत शाखा के कर्मी तथा जयनगर के पंचायतों के मुखियागण उपस्थित थे।

 

 

2 .कदाचार मुक्त परीक्षा से समाज काबिल हाथों में रहेगा : जिलाधिकारी

IMG 20220127 WA0054 जयनगर प्रखंड के सभी मुखिया से D M ने भविष्य की योजनाओं पर की चर्चा ।।2 .कदाचार मुक्त परीक्षा से समाज काबिल हाथों में रहेगा : जिलाधिकारीमधुबनी/  मुख्य परीक्षा नियंत्रक सह जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में इंटरमीडिएट वार्षिक ( सैद्धांतिक) परीक्षा 2022 से संबंधित सभी केंद्राधीक्षक, स्टैटिक दंडाधिकारी, गस्ती दंडाधिकारी, उड़न दस्ता दंडाधिकारी एवं संबंधित पुलिस पदाधिकारियों की बैठक नगर भवन, मधुबनी में आयोजित की गई।

बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि 01 फरवरी से 14 फरवरी तक जिले के 64 परीक्षा केंद्रों पर कदाचार मुक्त परीक्षा का आयोजन किए जाने में बेहत सतर्कता अपनाए जाने की आवश्यकता है। इस बार 49000 से अधिक परीक्षार्थी विभिन्न केंद्रों पर परीक्षा में शामिल होंगे। कदाचार मुक्त और निष्पक्ष परीक्षा का आयोजन जिला प्रशासन, मधुबनी की प्राथमिकता है।

इंटरमीडिएट की परीक्षा न केवल छात्र छात्राओं के लिए बल्कि समाज के लिए भी बहुत मायने रखती है। इस परीक्षा के बाद लोग देश के कई महत्वपूर्ण पदों पर आवेदन देने के योग्य बन जाते हैं। ऐसे में हम सभी की कोशिश होनी चाहिए कि परीक्षार्थी अपनी योग्यता के बल पर परीक्षा में बैठें और उसी अनुरूप परीक्षाफलों के आधार पर योग्य व्यक्ति चयनित हों।

उन्होंने कहा कि परीक्षा की पूरी प्रक्रिया में वीक्षक से लेकर केंद्राधीक्षक और दंडाधिकारी तक सभी एक कड़ी का हिस्सा होते हैं। ऐसे में सभी को आपसी समन्वय से कार्य करना है। चाहे स्ट्रॉन्ग रूम से प्रश्नपत्र की निकासी हो अथवा विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कदाचार मुक्त परीक्षा का आयोजन करना हो, सभी में सतर्कता बरतनी आवश्यक है। हर स्तर पर वीडियोग्राफी करवाई जायेगी और यदि किसी भी स्तर पर कोताही बरती जाती है तो संबंधित व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

परीक्षा के सफल आयोजन के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल ले जाना पूर्ण प्रतिबंधित किया गया है। मुख्य प्रवेश द्वार पर सभी परीक्षार्थियों की शारीरिक जांच की जाएगी और चेहरे का मिलान भी किया जाएगा। विक्षकों का चयन रेंडमाइजेशन पद्धति से किया गया है। सभी परीक्षा केंद्रों के 500 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू रहेगी। सभी परीक्षा केंद्रों पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निर्देशानुसार परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था होगी। कदाचार मुक्त परीक्षा के आयोजन के लिए किसी भी परीक्षा केंद्र पर किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अथवा नकल सामग्री को ले जाने पर सख्त मनाही की गई है।

सभी परीक्षा केंद्रों के केंद्राधीक्षक लिखित में देंगे कि किसी भी परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थी के कोई संबंधी कार्य नहीं कर रहे हैं और उनके केंद्र पर किसी भी प्रकार की कोई नकल की वारदात नहीं हुई है।

छात्राओं के लिए कुछ पिंक परीक्षा केंद्र भी बनाए गए हैं, जहां केंद्राधीक्षक से लेकर वीक्षक तक सभी महिलाएं ही कार्य संचालन करेंगी।

सभी उपस्थित लोगों को इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए जिलाधिकारी ने आह्वान किया कि केवल काबिल परीक्षार्थियों को ही आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करें ताकि समाज काबिल हाथों में ही रहे।

उक्त बैठक में श्री विशाल राज, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, श्री सुरेन्द्र राय, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, मधुबनी, श्री नसीम अहमद, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी के साथ साथ जिले के सभी अनुमंडलों के अनुमंडल पदाधिकारी और केंद्राधीक्षक व दंडाधिकारी उपस्थित थे।