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कोविड संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु की गयी है समुचित व्यवस्था : D M

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मंजय लाल सत्यम की रिपोर्ट

 

बेतिया /जिले में कोविड-19 संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु की जा रही तैयारियों से संबंधित विस्तृत विमर्श जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण द्वारा वर्चुअल मोड में की गयी। इसमें उप मुख्यमंत्री, बिहार, रेणु देवी, पर्यटन मंत्री, नारायण प्रसाद सहित सांसद, संजय जायसवाल, विधायक,पद्म श्री भागीरथी देवी, रश्मि वर्मा, उमाकांत सिंह, वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, राम सिंह, विधान पार्षद भिष्म सहनी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने-अपने विचार व्यक्त किये गये तथा कई प्रकार के सुझाव भी जिला प्रशासन को दिये गये।
पर्यटन मंत्री, नारायण प्रसाद ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड संक्रमण से लड़ने के लिए बेहतर उपाय किये गये हैं, जो अत्यंत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग आदि कोविड अनुकूल व्यवहार का सख्ती के साथ अनुपालन कराने की आवश्यकता है ताकि कोविड संक्रमण का खतरा कम हो सके।

विधायक राम सिंह ने बताया कि कोविड आपदा को लेकर सरकार द्वारा डॉक्टरों आदि की छुट्टियां रद्द कर दी गयी है ताकि अस्पतालों में मरीजों का अच्छे तरीके से इलाज किया जा सके। इसके बावजूद बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में डॉक्टरों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम रहती है जिससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु की गयी अन्य सभी तैयारियां अच्छी है। अस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सेंज सहित अन्य कर्मियों की शत-प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित की जाय।

विधायक  भागीरथी देवी ने कहा कि दोन क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।विधायिका रश्मि वर्मा ने कहा कि सरकार और जिला प्रशासन अच्छा कार्य कर रहे है। सभी व्यवस्थाएं अच्छी है। अस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सेंज तथा अन्य कर्मियों की उपस्थिति जांचने के लिए बॉयोमिट्रिक मशीन का अधिष्ठापन किया जाय। साथ ही जो भी व्यक्ति अस्पतालों में सेवा भाग से कार्य करना चाह रहे हैं, उन्हें प्रोत्साहित किया जाय।

विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पिछली बार परेशानियों का सामना करना पड़ा था, इस बार व्यवस्थाएं दुरूस्त होने की सूचना मिल रही है। उन्होंने कहा कि इस बार कोविड संक्रमण से लड़ने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जीएमसीएच सहित जिले के अन्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में क्या-क्या व्यवस्थाएं की गयी है, से अवगत कराया जाय। उमाकांत सिंह ने कहा कि कोविड जांच की गति में तेजी लायी जाय तथा प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाय। उन्होंने कहा कि अन्य सभी उपाय बेहतर है।

सांसद, संजय जायसवाल ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा कोविड संक्रमण से बचाव हेतु बेहतर तैयारी की गयी है। इस बार पीड़ितों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा, इसके लिए जिला प्रशासन को बधाई और शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि रोगी कल्याण समिति के माध्यम से आईसीयू संचालन हेतु तकनीशियनों की व्यवस्था करने हेतु उच्चाधिकारियों से वार्ता करनी चाहिए ताकि आईसीयू का संचालन निर्बाध तरीके से किया जा सके।

विधान पार्षद, भीष्म सहनी द्वारा जिला प्रशासन द्वारा की गयी तैयारियों की सराहना की गयी। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सभी स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाएं अपडेट रहनी चाहिए। अनुमंडलीय अस्पताल, बगहा में डॉक्टर, नर्सेंज तथा कर्मियों की रोस्टर वाइज शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाय ताकि मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का फैलाव तेजी के साथ हो रहा है। अब यह संक्रमण सामुदायिक रूप से फैलने लगा है। कोविड संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा बहुत अच्छी व्यवस्थाएं की गयी है ताकि जिलेवासियों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। जिलेवासी मास्क पहनें, सैनेटाइजर लगायें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें तथा कोविड अनुकूल अन्य व्यवहारों का शत-प्रतिशत अनुपालन करें। जिलाधिकारी द्वारा जनप्रतिनिधियों से अनुरोध किया गया है कि अपने स्तर से भी आमजन को कोविड के प्रति सचेत एवं सजग रहने को कहा जाय ताकि संक्रमण का फैलाव नहीं हो सके।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिले में 283 एक्टिव केस है। अच्छी बात यह है कि सभी एक्टिव केस होम आइसोलेशन में ही है। होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को मेडिकल किट उपलब्ध कराया गया है। जिलास्तरीय कमांड एण्ड कंट्रोल रूम से प्रत्येक दिन दो बार उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है। साथ ही मेडिकल टीम द्वारा अल्टरनेट डे उनके स्वास्थ्य की जांच की जाती है।
उन्होंने बताया कि एंटीजन जांच में पोजेटिव पाये जाने पर व्यक्ति को तुरंत मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है और आरटीपीसीआर जांच में पोजेटिव पाये जाने पर उनके आवासीय पते पर स्पीड पोस्ट के माध्यम से मेडिकल किट भेजी जा रही है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 होम आइसोलेशन : पहचान एवं प्रबंधन से संबंधित बुकलेट की प्रति समाचार पत्रों के माध्यम से वितरण नियमित रूप से कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जीएमसीएच में वर्तमान में 66 बेड पूरी तरह अपडेट है। 30 आईसीयू बेड भी रेडी रखा गया है साथ ही 30 बेड बच्चों के लिए भी सुरक्षित रखा गया है। उन्होंने कहा कि जीएमसीएच में आवश्यकता पड़ने पर साढ़े चार सौ से ज्यादा बेड मरीजों के लिए तैयार किया जा सकता है। इसके साथ ही अनुमंडल स्तर पर भी सभी डीसीएचसी में सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखी गयी है।

जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार जीएमसीएच सहित जिले के सभी अनुमंडलों में पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता है। जीएमसीएच में एक एलएमओ, तीन पीएसए ऑक्सीजन प्लांट तथा नरकटियागंज एवं बगहा में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह फंक्शनल है। पीएसए ऑक्सीजन प्लांट के निर्बाध संचालन हेतु डीजी सेट सहित स्टेबलाईजर की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर संचालन के लिए दक्ष तकनीशियनों का नियोजन आउट सोर्स से करने हेतु सिविल सर्जन को निदेशित किया गया है।

उन्होंने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिला वैक्सीनेशन के मामले में बेहतर कार्य कर रहा है। गत दिनों मेगा ड्राइव चलाकर एक दिन में 40 हजार से ज्यादा किशोर-किशोरियों को टीकाकरण से लाभान्वित किया गया है तथा यह कार्य जारी है। इसके साथ ही भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा टेस्टिंग हेतु जारी अद्यतन दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जिले में अभियान चलाकर मास्क की जांच करायी जा रही है। इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा जारी अद्यतन दिशा-निर्देशों का सख्ती के साथ अनुपालन सुनिश्चित कराने हेतु जिले के सभी एसडीएम, एसडीपीओ को निदेशित किया गया है तथा उनके द्वारा लगातार कार्रवाई भी की जा रही है।

जिलाधिकारी ने कहा कि मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए जिले में पर्याप्त एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है। जीएमसीएच सहित जिले के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में एंबुलेंस अपडेट रखा गया है। दोन क्षेत्र के लिए 02 एंबुलेंस की अतिरिक्त व्यवस्था की गयी है ताकि मरीजों को ससमय अस्पताल पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं के लिए अलग एंबुलेंस तथा कोविड मरीजों के लिए अलग एंबुलेंस की व्यवस्था की जा रही है।