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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आर एस एस) द्वारा भारत में चल रहे किसान आंदोलन को आतंकवादी- अलगाववादी संगठन कहे जाने को किसान महासभा ने घोर निंदनीय

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
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पटना /अखिल भारतीय किसान महासभा के बिहार राज्य सचिव उमेश सिंह ने भाजपा के मातृ संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा भारत के किसान आंदोलन को अलगाववादी-आतंकवादी करार देने की घोर निंदा की है।उन्होंने कहा कि आरएसएस ने आरोप लगाया है कि लोकसभा चुनाव से पहले किसान आंदोलन के बहाने देश में अराजकता फैलाने की कोशिशें फिर से शुरू हो गई हैं।
आरएसएस ने ये टिप्पणी 15-17 मार्च 2024 को नागपुर में हुए अपने राष्ट्रीय वार्षिक प्रतिनिधि सभा सम्मेलन में पारित रिपोर्ट में कहा है। इस रिपोर्ट को आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले द्वारा प्रस्तुत किया गया।
संयुक्त किसान मोर्चा और उसके प्रमुख घटक किसान महासभा ने देश के किसानों से 2024 के लोकसभा चुनाव में किसान-मजदूर विरोधी और देश के संशाधनों की कारपोरेट लूट कराने वाली भाजपा-आरएसएस को सबक सिखाने की अपील की है।
उमेश सिंह ने आरोप लगाया की आरएसएस और भाजपा ने 2020 से शुरू हुए भारत के ऐतिहासिक किसान आंदोलन को तोड़ने और उसे अराजक बनाने पर पूरी ताकत लगा दी थी। लेकिन देश और पंजाब के किसानों की सूझबूझ ने आरएसएस भाजपा के षडयंत्रों को हर बार विफल किया है।
आरएसएस का एक मात्र काम इस देश में जनता के बीच साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति को बढ़ाना रहा है। अपने इस राजनीतिक प्रस्ताव के जरिये आरएसएस पंजाब के किसानों को निशाने पर लेकर सिख विरोधी अपनी चिरपरिचित मुहिम को सफल बनाना चाहती है। यही नहीं पिछले 10 वर्षों में देश में लोकतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था को भी आरएसएस-भाजपा ने अपने लोकतंत्र व जन विरोधी शासन के जरिये भारी नुकसान पहुंचाया है।
उमेश सिंह ने कहा कि आरएसएस की छत्र छाया में चल रही मोदी सरकार ने कारपोरेट के हाथों देश के संशाधनों व संपत्तियों को लुटाने और उस लूट से चुनावी बांड के नाम पर अपना हिस्सा लेने का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह सरकार नहीं एक लुटेरा गिरोह है, जिसने आरएसएस के संरक्षण में देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया है। लेकिन अब देश के किसानों मजदूरों ने कारपोरेट लूट को बढ़ाने के लिए विभाजन की राजनीति करने वाली भाजपा-आरएसएस को पहचान लिया है। इस बार लोकसभा चुनाव में इन दोनों ताकतों को किसान मजदूर सबक सिखाएंगे, और देश की सत्ता से इन्हें बेदखल कर ही दम लेंगे।