बिहार

जातीय जनगणना के बहाने  लालू जी और नीतीश  ने जो अल्पसंख्यक समाज को विगत 33 वर्षों में पिछड़ा और अति पिछड़ा का दर्जा देकर हिंदू समाज के अति पिछड़ों के साथ अन्याय किया

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
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पटना /जातीय जनगणना के बहाने  लालू जी और नीतीश  ने जो अल्पसंख्यक समाज को विगत 33 वर्षों में पिछड़ा और अति पिछड़ा का दर्जा देकर हिंदू समाज के अति पिछड़ों के साथ अन्याय किया है उसका आज सरकारी तौर पर मोहर लगा दिया गया ।
बाबा साहब अंबेडकर ने कहा था कि धर्म आधारित आरक्षण नहीं हो सकता ।लेकिन आज जातीय जनगणना पर गौर करें तो 96% अल्पसंख्यकों को पिछड़े और अति पिछड़े का दर्जा देकर हिंदू समाज के वंचित वर्गों के साथ अन्याय करने का काम नीतीश कुमार ने किया है।
आज बिहार में सिर्फ कहने को है कि अल्पसंख्यकों का अलग से आरक्षण नहीं है ।पर हकीकत में 96% अल्पसंख्यक समाज को आरक्षण दे दिया गया है।मंडल कमीशन ने बहुत ही साफ शब्दों में लिखा था कि हिंदू समाज से जो जातियां मुस्लिम बनी हैं वही पिछड़ा या अति पिछड़ा का दर्जा पाएंगे। पर शेखौरा, कुलहड़िया, शेरशाहवादी ,ठाकुरई जैसी अनेक जातियां जो या तो विदेश से आई हैं या फिर अगड़े समाज से धर्म परिवर्तित हुई हैं, उन सभी को अति पिछड़ा का दर्जा देकर संपूर्ण हिन्दू अति पिछड़ा समाज के साथ हकमारी किया गया है।