बिहार

बाजार के रौनक़ पर धब्बा अतिक्रमण की समस्या

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प्रदीप कुमार नायक

राजनगर (मधुबनी ) क्षेत्र के बाजार की रौनक पर अतिक्रमण की समस्या एक धब्बा सा बनकर रह गया है!बाजार में सड़क व सार्वजनिक स्थलों के अतिक्रमण की समस्या का समाधान कम होता नजर नहीं आ रहा है।बाजार के सम्पूर्ण हिस्से में दुकानदार व फुटपाथी विक्रेताओं द्वारा अतिक्रमण की समस्या कों दूर करने की दिशा में पंचायत प्रतिनिधि व प्रशासन उदासीन हो रहा है।जिससे बाजार में सड़क जाम जैसी समस्या नासूर बनकर रह गई है।

बाजार के गाँधी चौक, बाजार, चट्टीरोड, सुभाष चौक पर सुबह से लेकर देर शाम तक सड़क किनारे सब्जी, फल, एवं अन्य सामग्री विक्रेताओं का अतिक्रमण देखा जा सकता है।सबसे दयनीय स्थिति चट्टीरोड स्थित सुभाष चौक पर देखने कों मिल सकता है, जहाँ दुकानदारों द्वारा सड़क पर ही अतिक्रमण कर सामान रखे जाते है!सड़क अतिक्रमण के कारण यहाँ पैदल आवाजाही में भी परेशानी होती है।स्थानीय दुकानदारों द्वारा सड़क पर अबैध रूपसे बांस, बल्ले, शेड व दुकान की सामग्री रख दिए जाने के कारण यह चौराहा काफ़ी संकीर्ण हो गया है ।
बाजार क्षेत्र के स्टेशन रोड, मछट्टाचौक, भट्टीचौक, चांदनी चौक, बाजार, गंज, चट्टीरोड, गाँधीचौक, नेहरूचौक सहित अन्य चौराहो पर दुकानदारों का अतिक्रमण कई समस्याओं कों बढ़ावा दे रहा है!यहाँ लगने वाले भयंकर जाम में लोगों कों काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
IMG 20230810 WA0003 बाजार के रौनक़ पर धब्बा अतिक्रमण की समस्यायहाँ यह भी बताना आवश्यक है की जन वितरण प्रणाली के द्वारा मिलनेवाली राशन की अबैध तरीके से सप्लाई दिन के उजाले से लेकर रात के अँधेरे में मेन रोड और मिर्जापुर महंतपट्टी चौक पर सड़क अतिक्रमण कर खुलेआम सड़क पर ही ट्रक द्वारा होती है।
विगत वर्ष से क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान के मद्देनज़र प्रशासनिक अधिकारी विफल साबित हो रहें है!दिन प्रतिदिन दुकानदारों द्वारा सड़क का अतिक्रमण बढ़ता ही जा रहा है।इन दिनों लगभग 5 से 20 फिट तक सड़क की जमीन में दुकाने सज रही है!तक़रीबन सभी सड़को की चौडाई कम हो रही है।
स्थानीय प्रशासन व परिवहन विभाग की वाहन चालकों के प्रति सहानुभूति कहे या क्षेत्र के लोगों के प्रति कोई सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं।ज़ब जिस गली में चाहे बड़े वाहन कों आप ले जा सकते है।फिर चाहे वो बाजार की तंग गली हो या व्यस्त चट्टीरोड या गाँधीचौक! आलम यह है की बाजार के गलियों में न सिर्फ बड़े वाहनों का प्रवेश होता है!बल्कि इन वाहनों पर ख़तरनाक तरीके से सामान लड़े होते है।इससे कभी भी भयानक हादसा हो सकता है!लेकिन इससे स्थानीय प्रशासन को कोई लेनादेना नहीं है।