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बिहार में अघोषित आपातकाल: विजय सिन्हा

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पटना/ बिहार विधानमंडल में नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी के नेता विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को कहा कि बिहार में अघोषित आपातकाल की स्थिति बन गई है। यहां अधिकारी इमानदारी से काम नहीं कर पा रहे है जबकि विधानसभा अध्यक्ष भी अपनी जिम्मेदाारी का आसन से निर्वहन नहीं कर पा रहे हैें।

उन्होंने कहा कि बुधवार को तो हद ही हो गई जब नए विधान पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह में सामान्य परंपरा और प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया गया।

पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित सहयोग कार्यक्रम में लोगों की समस्या सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विधान पार्षद शपथ ग्रहण समारोह के दौरान विधानमंडल नेता प्रतिपक्ष को जगह नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, सभापति, उप सभापति और उपाध्यक्ष बैठे थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष दो आंखें हैं।

उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि संवैधनिक संस्थाओं का अपमान करने वालों से उन्हें अपेक्षा भी नहीं थी। उन्होंने आगे यह भी कहा कि लोकतंत्र में परिवारवाद और वंशवाद की जमींदारी करने वालों को इससे क्या वास्ता।

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री सिन्हा ने कहा कि उनके आवास से सिक्यूरिटी गार्ड हटा लिया गया। एक पुरानी गाड़ी दे दी गई है, वह भी खराब ही हो जाती है। उन्होंने सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि सरकार भले ही कोई खेल खेल रही हो, लेकिन हमारा मनोबल कभी गिरने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा का एक कार्यकर्ता होने के कारण राष्ट्रवाद पर चलने का संकल्प लिया है। जब तक लोकतंत्र के हत्यारों का सम्मान देने वाले और आपातकाल का समर्थन करने वालों की गोद में बैठे लोगों से बिहार को मुक्त नहीं करा लेते तब तक चैन से नहीं बैठेंगे।

उन्होंने विपक्षी एकता को लेकर मुख्यमंत्री के राज्यों के दौरा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लोगो को अपने राज्य में देखने की फुर्सत नहीं है और देशाटन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न योजनाओ में लूट मची है, लेनिक उन्हें जनता के बीच जाने की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को बिहार की जनता से कोई मतलब नहीं है।

श्री सिन्हा ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि केवल यहां अधिकारियों को आवेदन सौप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं स्वीकार किया कि चार-पांच बार लोग आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की बात भी अधिकारी नहीं सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का न्याय नहीं मिल रहा।