आर एस भट्टी ने डीजीपी बनते ही लोगों को चौका दिया
आगे उन्होंने ये भी कहा मैं बहुत सोचता हूं इस बारे में बहुत बार ऐसी फाइल्स पेंडिंग छोड़ देता हूं। क्योंकि मैं सोचता हूं कि उसने तो जो गलती की सो की लेकिन उसकी फैमली की क्या गलती है। उसपर क्या बीतेगी? भट्टी ने कहा कि, सजा देना आसान है लेकिन उसका प्रभाव बड़ा खराब होता है भट्टी ने कहा कि, अब मुझे लगने लगा है कि यह सब ज्यादा हो रहा है. हो सकता है मैं गलत हूं।
डीजीपी भट्टी के मुताबिक, अगर आप खुद इन्वॉल्व होके काम कर रहे हैं और आपकी लीडरशिप सही है तो आप अपने अधीन किसी को उसकी पहली ही गलती पर टोक दीजिये।हर छोटी चीज पर खूब टोकिये।फिर वो आगे कुछ गलत नहीं करेगा।भट्टी ने कहा कि आप सीधा नोटिस या सस्पेंशन आर्डर जारी कर देते हैं।यह उचित नहीं है। अफसरों के लिए सबसे सरल काम यही है कि आप अपने अधीन को सस्पेंड कर दें।इसको बंद करिए यह आपके लीडरशिप की फेलियर है।
क्रिमिनल्स को लेकर भी पुलिस को बड़ी सीख दी, क्रिमिनल को जितना दौड़ाओगे तो वो क्राइम कम से कम करेगा। अगर वो बैठा रहा तो वो खुरापात सोचेगा। इसलिए अगर आप नही दौड़ाओगे तो वो आपको दौड़ाएगा, चुन लो दोनों में से आपको क्या करना है।इसलिए सभी सही से काम करे और सुरक्षा पर ध्यान दे।