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प्रदूषण नियंत्रण के मुद्दे पर आप नेताओं ने बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को सौंपा ज्ञापन

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News desk

बिहार में बढ़ते वायु प्रदूषण एवं उससे होने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आज आम आदमी पार्टी (आप) का एक प्रतिनिधिमंडल बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष को एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रुप से प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश सिन्हा, प्रदेश प्रवक्ता बबलु प्रकाश, डा. नूतन पटेल, धीरेंद्र चौधरी, दिव्यांशु शेखर, सरदार महेन्द्र पाल सिंह, मुकेश कुमार सिन्हा, रंजित कुमार आदि प्रमुख रुप से शामिल थे।

राजेश सिन्हा ने बताया की आप का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के मेंबर सेक्रेटरी सी. चंद्रशेखर से मिलकर उन्हें अध्यक्ष के नाम का एक ज्ञापन सौंपा।

उन्होंने कहा कि बिहार में पटना सहित राज्य के विभिन्न जिलों जैसे सिवान, कटिहार तथा मुजफ्फरपुर आदि में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। पिछले दिनों पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 356 तक पहुंच गया था।

देश के 176 शहरों में  से टॉप 13 शहर बिहार के ही हैं। इस बढ़ती हुई प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर शहर के आम आदमी पर पड़ती है, विशेषकर वैसे गरीब लोग जो सड़क के किनारे अपना जीवन यापन करते हैं।

सिन्हा ने कहा की, शहर के प्रत्येक नागरिकों को शहर के अंदर स्वस्थ वातावरण प्रदान करना सरकार की प्रथम प्राथमिकता है। आम आदमी पार्टी का स्पष्ट रूप से यह मानना है कि पर्यावरण संरक्षण एक ओर जहाँ सरकार की जिम्मेवारी है वहीं दूसरी ओर यह एक समाजिक एवं राजनैतिक जिम्मेवारी भी है।

आम आदमी पार्टी ने बिहार, खास कर पटना में पर्यावरण संरक्षण एवं बढ़ती हुई वायु प्रदूषण को नियंत्रण करने के लिए बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के समक्ष अपनी पांच सूत्री सुझावों सह मांग पत्र प्रस्तुत किया है।

1.      शहर के प्रमुख इलाके जहाँ धूलकण का प्रभाव ज्यादा है वहां सड़कों पर से स्वीपिंग मशीन के माध्यम से सड़कों के धूल को हटाने का कार्य प्रभावी ढंग से लागू करवाना।

2.      शहर के अत्याधिक धूलकण वाले क्षेत्रों में एंटी स्माग मशीन के माध्यम से सड़कों एवं पेड़-पौधों पर पानी का छिड़काव प्रभावी ढंग से शुरू करवाना।

3.      शहर के भीड़-भाड़ वाले इलाके से कूड़ा निष्पादन का कार्य दिन की बजाए रात को करवाने का आदेश निर्गत करना।

4.      शहर में सीएनजी फिलिंग स्टेशन की संख्या में वृद्वि करना।

5.      पटना शहर में लचर यातायात व्यवस्था के कारण आए दिन लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ता है जिससे वायु प्रदूषण का खतरा और भी बढ़ जाती है। यातायात व्यवस्था सुचारू एंव व्यवस्थित रहे इसके लिए यातायात विभाग को स्पष्ट निर्देश जारी करना।