सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की आंच देश के 14 राज्यों तक पहुंच गई है 10 राज्यों मे हिंसा प्रदर्शन
सेंट्रल डेस्क
सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की आंच देश के 14 राज्यों तक पहुंच गई है 10 राज्यों मे हिंसा प्रदर्शन के बाद उड़ीसा तेलंगाना असम और बंगाल में भी प्रदर्शनकारी सड़क पर उतर आए विरोध में कई स्टेशनों को निशाना बनाया गया प्रदर्शनकारी किसी दल के नहीं है ।बल्कि वे सेना की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्र हैं इसका नेतृत्व करता कोई नहीं है ।यह केंद्र सरकार के नीति से बौखला कर प्रदर्शन कर रहे हैं ।मोदी सरकार की बहुआयामी योजना अग्निपथ के विरोध में सबसे ज्यादाअगजनी बिहार में हो रही है बिहार में या आगजनी बिहार के साथ 25 राज्यों में रेलवे स्टेशनों पर उत्पात मचाया गया और ट्रेनों को निशाना बनाते हुए फूंक दिया है।
लखीसराय में विक्रमशिला एक्सप्रेस में आगजनी के दौरान एक यात्री की मौत हुई है आगजनी के दौरान दो ट्रेन में मौजूद था आग की चपेट में आने से वह झुलस गया इलाज के दौरान मौत हो गई ।राजधानी पटना समेत 25 जिलों में जमकर छात्रों का उत्पात मचाया हुए आगजनी एवं तोड़ फोड़ हुआ दानापुर लखीसराय स्टेशन समेत आधा दर्जन से अधिक स्टेशनों पर आग के हवाले कर दी गई कुछ जगह पर प्रदर्शनकारियों ने पत्थराव की और पुलिसीय कार्रवाई की गई। बिहार के जाने-माने बुद्धिजीवी एवं शिक्षाविद तथा स्वतंत्र पत्रकार डां रामेश्वर सिंह ने कहा कि एनडीए सरकार द्वारा लिए गए निर्णय देश को गृह युद्ध की ओर ढकेल रहा है देश में रेलवे , सेना के साथ है संचार विभाग ही एकमात्र साधनहीन लोगों के लिए रोजगार के साधन हैं। सरकार के अदूरदर्शी नीति के चलते आज युवा अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं और उसका भविष्य अंधकारमय होता नजर आ रहा है ।परिणामत वह अग्निपथ के विरोध में पूरे देश में गृह युद्ध की स्थिति पैदा हो गई है छात्र नौजवान राष्ट्रीय संपत्ति को तोड़-फोड़ कर रहे हैं और ऐसा लगता है की तत्काल प्रभाव से अगर इस निर्णय को वापस नहीं किया गया तो देश में अराजकता एवं विध्वंसक की स्थिति पैदा हो जाएगी जनहित और वेरोजगारो के हित में केंद्र सरकार को तत्काल इस निर्णय की समीक्षा करनी चाहिए नहीं तो जो देश के युवाओं में और असुरक्षात्मक भावना पैदा हुई है। उसे तत्काल दूर करने का प्रयास करना चाहिए अन्यथा बेकार बेरोजगार युवाओं की ताकत नकारात्मक रूप से देश के संघीय ढांचा व्यवस्था को खोखला कर देगी।
अरवल जिले के टेरी पंचायत के किसान नेता सुदर्शन सिंह ने कहा कि वेरोजगार युवाओं को वेवकूफ बनाने के लिए केन्द्र सरकार द्बारा थोपी गयी अग्निपथ योजना के खिलाफ गरीबी से पीड़ित हमारे देश के वेरोजगार युवाओं का आन्दोलन का भरपूर समर्थन करने की जरूरत है। हम उन प्रदर्शनकारियों से अपील करते हैं जो अपने संस्कृति एवं नैतिकता को देखते हुए लक्ष्य हासिल होने तक आन्दोलन जारी रखें क्योंकि भारतीय सेना में गरीब व मध्यम परिवार के लोग शरीरिक रुप से मेहनत कर सेना में सीधी भर्ती होकर देश सेवा करते थे समय समय पर देश सेवा के लिए अपनी जान का बाजी लगाकर प्रणो को भारत माता के वेदी पर न्योछावर कर देते थे।
छात्र नवजवान अपने आप आन्दोलन कर रहे हैं किसी पार्टी रा संगठन के बहकावे में नहीं सरकार को इस पर संज्ञान लेते हुए, नीतिगत फैसले को वापस लेना चाहिए।