जयनगर से नेपाल जाने वाली ट्रेन से दोनों देशों में बढ़ेगी सद्भावना : जिलाधिकारी
समाहरणालय मधुबनी।
जिला सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय, मधुबनी।
मधुबनी / अमित कुमा जिला पदाधिकारी, मधुबनी जयनगर बर्दीबास रेल परियोजना के नव आमान परिवर्तित जयनगर कुर्था रेल खंड पर रेल यात्री सेवा के शुभारंभ के मौके पर जयनगर रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित भव्य शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए।
बताते चलें कि जयनगर बीजलपुरा बर्दीबास रेल परियोजना की कुल लंबाई लगभग 69 किलोमीटर की है। जिसमें से 2.97 किलोमीटर भारत में तथा शेष नेपाल में है। फिलहाल भारत के जयनगर और नेपाल के कुर्था के बीच 34.50 किलोमीटर लम्बा रेल खंड पर आमान परिवर्तन का कार्य पूरा हो चुका है, जिसपर रेल परिचालन आरंभ कर दिया गया है।
इस रेल रूट पर वर्ष 1937 में भारत के जयनगर और नेपाल के बैजलपुरा के मध्य नैरो गेज पर ट्रेन परिचालन की शुरुआत हुई थी। वर्ष 2001 में नेपाल में आई भीषण बाढ़ से प्रभावित होकर नेपाल में जनकपुर से आगे की रेल सेवा अवरुद्ध हो गई। जबकि जनकपुर से जयनगर तक मार्च 2014 के बाद रेल सेवा बंद हो गई।
भारत सरकार एवं नेपाल सरकार के आपसी समझौते के तहत जयनगर बैजलपुरा बर्दीबास के बीच नई रेल लाइन स्थापित करने का निर्णय लिया गया जो विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है।
जिलाधिकारी ने उक्त अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं नेपाल के प्रधानमंत्री श्री शेर बहादुर देउवा जी के द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रेल सेवा शुरू किए जाने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि इस रेल सेवा के शुरू होने से दोनों देशों के बीच वाणिज्यिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और आपसी सांस्कृतिक सद्भावना को बल मिलेगा।
रेल परिचालन शुभारंभ के मौके पर जयनगर रेलवे स्टेशन पर श्री सत्यप्रकाश, पुलिस अधीक्षक, मधुबनी, श्री अवधेश राम, अपर समाहर्ता, मधुबनी,श्रीमती बेबी कुमारी, अनुमंडल पदाधिकारी, जयनगर सहित जिला प्रशासन, मधुबनी एवं रेलवे के वरीय पदाधिकारीगण मौजूद थे।