पूर्व सांसदों और पूर्व विधायकों को पेंशन देने का क्या औचित्य. आप ने की शुरुआत क्या अन्य राज्य भी करेंगे
एक बार जितने के बाद जीवन भर पेंशन,बंद होनी चाहिए ।
राजस्व का बोझ कम होगा और वह उस धन का उपयोग जन कल्याण के कार्यों पर कर पाएगी।
यदि कोई एक दिन के लिये भी विधायक सांसद बन जायेगा तो वह पेंशन का हकदार होगा और तब से यही हो रहा है। जिस देश में व्यक्ति आय बहूत कम हो और जिस देश में आज भी बड़ी संख्या में लोगों को दो जून की रोटी नसीब न हो पाती हो उस देश के जनता के लिये जनता द्वारा चुने जाने वाले जनप्रतिनिधियों ही किस तरह देश के संसाधनों का दुरुपयोग करने में लगे रहते हैं और एक बार जितने के बाद जीवन भर पेंशन लेकर बैठकर खाते हैैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार के निर्णय के अनुसार अब पंजाब के पूर्व विधायकों को केवल एक कार्यकाल के लिए पचहत्तर हजार रुपए पेंशन दी जाएगी।पूर्व विधायकों के सभी कार्यकाल को आधार बना कर दी जाने वाली पेंशन को समाप्त कर दिया गया है।इससे पंजाब सरकार पर राजस्व का बोझ कम होगा और वह उस धन का उपयोग जन कल्याण के कार्यों पर कर पाएगी।
यह देखना भी महत्त्वपूर्ण होगा कि अन्य राज्य सरकारें इस दिशा में क्या कदम उठाती हैं। इस संदर्भ में जनता में एक रोष साफ दिखाई पड़ता है कि इस तरह की कई पेंशन हमारे जनप्रतिनिधि ले रहे हैं।जबकि सरकारी कर्मचारियों की पेंशन बंद है।देश की संसद विधायक को भी इसी तरह का कदम उठाना चाहिए और पूर्व सांसदों विधायकों को केवल एक पेंशन उपलब्ध करा कर बाकी अन्य पेंशन बंद कर दी जाए। राज्य की कल्याणकारी अवधारणा को मजबूत कर जन कल्याणकारी योजनाएं उपलब्ध कराएं।