देश - विदेशसंस्कृति

फिल्मी सितारों को राजनीतिक सियासत का लगा चस्‍का

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
Listen to this article

प्रदीप कुमार नायक ‘स्वतंत्र लेखक एवं पत्रकार

यदि वास्तव में सोचा जाय तो राजनीति और फिल्मी सितारों की पुरानी यारी है।एक दौर था जब फिल्मी सितारे दूसरों के लिए चुनाव प्रचार में उतरते थे।स्‍टेज शो करके उम्‍मीदवारों के लिए वोट मांगते हुए नजर आते थे, लेकिन बदलते दौर में अब फिल्मी सितारे दूसरों के लिए भीड़ जुटाने और वोट मांगने की बजाय खुद ही चुनाव मैदान में उतर रहे हैं।इस बार के लोकसभा चुनाव के दंगल में कई पार्टियों ने फिल्मी सितारों को मैदान में उतारा है।कहीं से फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत राजनीति में अपनी किस्‍मत आजमा रही हैं, तो कहीं से गोविंदा अपना दम खम दिखा रहे हैं। आइए जानते हैं कौन कहां से चुनावी मैदान में ताल ठोंक कर उतर रहा है।
तनु वेड्स मनु में तनु का किरदार निभाने वाली कंगना रनौत भारतीय जनता पार्टी से चुनाव मैदान में हैं।कंगना हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा से चुनावी मैदान में हैं। बरहाल राजनीति में आते ही कंगना के बारे में कई तरह की चर्चाएं होने लगी हैं और काफी चर्चित उम्मीदवारो में से एक हैं।
अरुण गोविल मेरठ से भाजपा उम्‍मीदवार 

धारावाहिक रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल भी राजनीति में अपनी किस्‍मत अजमा रहे हैं। अरुण गोविल भी भारतीय जनता पार्टी से चुनावी मैदान में है। अरुण गोविल को भारतीय जनता पार्टी ने मेरठ-हापुड़ लोकसभा से उम्‍मीदवार बनाया है।अरुण गोविल अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने के लिए घर-घर जाकर लोगों से वोट मांग रहे हैं। बता दें कि ये वही राम हैं जिनकी एक झलक पाने के लिए लोग बेताब रहते थे।

गोविंदा शिवसेना के प्रत्‍याशी 

फिल्म अभिनेता गोविंदा एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं। गोविंदा मुंबई की नॉर्थ वेस्‍ट लोकसभा से शिवसेना से चुनाव लड़ रहे हैं।बता दें कि गोविंदा इससे पहले भी एक बार सांसद रह चुके हैं।गोविंदा 2004 के लोकसभा चुनाव में मुंबई की नॉर्थ वेस्‍ट लोकसभा से कांग्रेस से सांसद चुने गए थे।उस समय गोविंदा ने भाजपा के दिग्‍गज नेता और तत्‍कालीन केंद्रीय मंत्री राम नाइक को पराजित किया था। 4 साल बाद ही गोविंदा ने सांसद पद से इस्‍तीफा भी दे दिया था और राजनीति से तौबा कर ली थी।अब एक बार फिर गोविंदा शिवसेना से चुनावी मैदान में हैं।

हेमा मालिनी तीसरी बार चुनाव मैदान में 

फिल्म शोले में बसंती के किरदार से लोकप्रियता बटोरने वाली हेमा मालिनी ने एक्‍टिंग की दुनिया में जमकर शोहरत बटोरी, लेकिन जब हेमा मालिनी ने राजनीत में कदम रखा तो परचम लहरा दिया। हेमा मालिनी पिछले दो लोकसभा चुनाव से भाजपा से चुनाव जीत रही हैं। हेमा मालिनी दो बार से मथुरा से सांसद हैं। 2014 में हेमा मालिनी पहली बार मथुरा लोकसभा से भाजपा की उम्‍मीदवार बनी।अब लगातार तीसरी बार हेमा मालिनी भाजपा से मथुरा से चुनावी मैदान में हैं।हेमा मालिनी ने 2004 में भाजपा की सदस्यता ली थी।
शत्रुघ्न सिन्हा ने काफी पहले राजनीति में की थी एंट्री :-
फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं। शत्रुघ्न सिन्हा तीन दशक से राजनीति में सक्रिय हैं। 1992 में शत्रुघ्न सिन्हा पहली बार राजनीति में उतरे और पहला चुनाव हार गए थे। शत्रुघ्न सिन्हा ने नई दिल्‍ली लोकसभा से चुनाव लड़ा। इसके बाद 1996 में भाजपा से राज्‍यसभा सदस्‍य बने। शत्रुघ्न सिन्हा अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में मंत्री भी रहे। 2009 और 2014 में शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से सांसद रहे। 2019 में भाजपा ने शत्रुघ्न सिन्हा को टिकट नहीं दिया।कुछ मतभेद की वजह से शत्रुघ्न सिन्हा ने भाजपा छोड़ दी।बाद में शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस में भी रहे। 2022 में शत्रुघ्न सिन्हा ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ज्‍वाइन किया और आसनसोल लोकसभा पर हुए उपचुनाव में जीतकर संसद पहुंचे।अब एक बार फिर शत्रुघ्न सिन्हा इस लोकसभा चुनाव में आसनसोल से किस्‍मत अजमा रहे हैं।

रविकिशन गोरखपुर से भाजपा प्रत्‍याशी 

भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता रविकिशन भी 2017 में राजनीति में कदम रखा। 2017 में रविकिशन ने भाजपा की सदस्यता ली। 2019 में गोरखपुर से भाजपा ने रविकिशन को उम्मीदवार बनाया। रविकिशन चुनाव जीतकर सांसद बन गए। इस बार भी रविकिशन भाजपा से चुनावी मैदान में हैं।

मनोज तिवारी दो बार से हैं सांसद 

भोजपुरी गायक मनोज तिवारी ने गायकी में अपना हुनर दिखाने के बाद अभिनय की दुनिया में भी जमकर वाहवाही लूटी। मनोज तिवारी 2009 में राजनीति की दुनिया में कदम रखा। मनोज तिवारी सपा से गोरखपुर से चुनाव योगी आदित्‍यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन मनोज तिवारी का दांव उल्‍टा पड़ा और चुनाव हार गए।इसके बाद मनोज तिवारी ने राजनीति से दूरी बना ली, लेकिन 2014 में मनोज तिवारी भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा ने मनोज तिवारी को उत्‍तर पूर्वी दिल्‍ली से उम्मीदवार बनाया।मनोज तिवारी चुनाव जीतकर सांसद बन गए। 2019 में भी मनोज तिवारी इस लोकसभा से चुनाव जीते।इस बार फिर मनोज तिवारी भाजपा से यहां चुनावी मैदान में हैं।

दिनेश लाल यादव निरहुआ भाजपा प्रत्‍याशी :-

भाजपा ने भोजपुरी गायक दिनेश लाल यादव निरहुआ को एक बार फिर आजमगढ़ से चुनावी मैदान में उतारा है। निरहुआ मौजूदा समय आजमगढ़ से सांसद हैं। 2022 के उपचुनाव में निरहुआ जीते थे। निरहुआ ने सपा के धर्मेन्‍द्र यादव को चुनाव हराया था।इससे पहले 2019 में भी निरहुआ आजमगढ़ से चुनाव लड़े थे, लेकिन तब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जीत गए थे।इससे पहले 2014 में भी भाजपा ने निरहुआ को मुलायम सिंह यादव के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा था।उस समय भी निरहुआ हार गए थे,लेकिन मुलायम सिंह महज 60 हजार वोटों से ही जीत पाए थे।अब एक बार फिर भाजपा ने निरहुआ को चुनावी मैदान में उतारा है।p