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11वीं पाल परिवारिक मिलन सम्मान समारोह आयोजन

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News डेक्स

पटना /बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री जन नायक कर्पूरी ठाकुर की 35 वीं पुण्यतिथि पाल इंटर लेवल फोरम के तत्वाधान में फोरम के अध्यक्ष  प्रो. दिलीप कुमार पाल की अध्यक्षता में 11वीं पाल परिवारिक मिलन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया ।

जननायक कर्पूरी ठाकुर के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया गया । इसके बाद प्रथम सत्र में बिहार के सामाजिक बदलाव में जननायक कर्पूरी ठाकुर का योगदान विषय पर विमर्श किया गया ।

अध्यक्षता संबोधन में दिलीप कुमार पाल ने कहा कि जन नायक करपुरी ठाकुर अति पिछड़ा समाज के सबसे बड़े आइकन है और हमारा समाज भी अति पिछड़ा वर्ग का एक अभिन्न अंग है, हम जननायक के आदर्शो को आत्मसात कर अपनी उन्नति कर रहे हैं । बिहार में ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए मिसाल बनी हुई है ।

महासचिव संजय कुमार पाल ने कहा कि राज्य और देश के निर्माण में अति पिछड़ों को भागीदारी बनाकर  कार्य किया है ।

उपाध्यक्ष अमरिंदर पाल ने कहा कि बिहार में सामाजिक बदलाव जननायक कर्पूरी ठाकुर का आम योगदान है ।

उपेंद्र पाल ने अपने संबोधन कहा कि जननायक के विचारों को अपनाते हुए बिहार सरकार समाज के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। लेकिन जागरूकता के अभाव में अपने समाज के लोग भरपूर लाभ नहीं ले पा रहे हैं ।

डॉ विनोद कुमार पाल ने कहा कि 2023 के सितंबर माह में पेरिया जयंती के उपलक्ष में पटना के ज्ञान भवन में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पूरे बिहार के पाल समाज को एकत्रित कर तार्किक व वैज्ञानिक जीवन पद्धति अपनाने तथा राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया जाएगा।

सचिव डॉ दिनेश पाल ने कहा कि बिहार में जाति जनगणना सर्वे हो रही है जिसमें सच्चाई सामने उभर कर आ जाएगी की अति पिछड़ा की आबादी कितनी है और भागीदारी कितनी नागपुर से पधारे हीरालाल रावत ने कहा कि पाल समाज को अध्यक्षता व अंधविश्वास को त्याग कर वैज्ञानिक जीवन पद्धति को अपनाना होगा ।तभी विकास संभव है। कुशेश्वर रावत ने कहा कि समाज को शिक्षित और जागरूक करने की जरूरत है डॉक्टर मनोज पाल ने कहा कि विशेष रूप से स्त्री शिक्षा पर जोर देने की जरूरत है ।कोषाध्यक्ष सत्यपाल ने कहा कि लड़कियों की पढ़ाई रुक कर शादी करना अपराध है ।

कहा कि इस तरह के कार्यक्रम को पूरे बिहार में पाल समाज को करना चाहिए दूसरे सत्र में दिनेश पाल द्वारा संपादित पत्रिका का विमोचन किया गया ।जिसमें मंच पर सिर्फ महिलाओं की उपस्थिति रही चतुर्थ सत्र में 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में अपनी शहादत देने वाले सहित शिवपाल ,रामचरित्र पाल,जय हरी राज पाल भजन भगत पाल ,हीरालाल रावत, शिवबालक प्रसाद एवं न्यायमूर्ति जोड़ी प्रसाद पाल को  सम्मान से अलंकृत किया गया। पांचवें सत्र में पाल प्रतिभा सम्मान समारोह 2023 के तहत बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा चयनित असिस्टेंट प्रोफेसर उर्मिला कुमारी ,संतोष कुमार, राम कुमार तथा बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा सिविल जज के रूप में चयनित कुमार चौधरी, अनुसार आज सौम्या सुमन और विभिन्न प्रशासनिक पदों के लिए नीलू कुमारी राहुल राय सूरज प्रकाश भगत प्रभा कुमारी राजू रंजन मोनिका सुमन कुमारी भारती अभय कुमार खुशबू कुमारी श्वेता कुमारी रितिका कुमारी धनंजय कुमार रीना कुमारी एवं कुमारी को प्रतीक चिन्ह कर्पूरी ठाकुर प्रशस्ति पत्र एवं संविधान पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया गया। रामस्वरूप भगत ,अमृतपाल बीपी त्यागी गुड्डू पर धीरज कुमार बृजेश रंजन सीताराम पाल शुभ नारायण पाल चंद्र मोहन पाल बिरहा पाल  सुधा देवी और उन पर डॉ अजय पाल बालेश्वर महेंद्र पाल अलख निरंजन पाल रामाशंकर पाल भारत प्रसाद पाल जय प्रकाश पाल बबलू पाल दिनेश पाल मनोज पांडे कुमारी प्रताप सहित सैकड़ों लोग कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।