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भाजपा मुख्यालय के सामने सैकड़ों आप कार्यकर्ताओं ने अडानी एवं मोदी के सांठ गांठ के विरूद्ध जमकर नोबाजी

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पटना /मोदी-अडानी घोटाला देश की आजादी का अब तक का सबसे बड़ा घोटाला है। 2014 में अडानी की संपत्ति थी 37000 करोड़। 2018 में संपत्ति हुई 59000 करोड। 2020 में संपत्ति हुई ढाई लाख करोड़। 2022 में संपत्ति हुई 13 लाख करोड़।

मोदी-अडानी घोटाले के विरोध में आज देश के विभिन्न राज्यों में भाजपा मुख्यालयों के सामने विरोध एवं धरना प्रदर्शनों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में आज पटना के भाजपा प्रदेश मुख्यालय के सामने आम आदमी पार्टी, पटना जिला के द्वारा भी एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पटना जिला (पश्चिमी जोन) के प्रभारी सुनिल कुमार यादव ने किया। भाजपा मुख्यालय के सामने सैकड़ों आप कार्यकर्ताओं ने अडानी एवं मोदी के सांठ गांठ के विरूद्ध जमकर नोबाजी की।

IMG 20230212 WA0031 भाजपा मुख्यालय के सामने सैकड़ों आप कार्यकर्ताओं ने अडानी एवं मोदी के सांठ गांठ के विरूद्ध जमकर नोबाजीइस अवसर पर पटना जिला (पश्चिमी जोन) के प्रभारी सुनिल कुमार यादव ने कहा कि मोदी जी ने एक व्यक्ति को सारे संसाधन देकर उसको दुनिया का दूसरे नंबर पर सबसे अमीर व्यक्ति बना दिया। जब ऑस्ट्रेलिया में प्राइवेट बैंक उनको कर्जा देने के लिए तैयार नहीं हो रही थी तो 7.5 हजार करोड रुपए का एसबीआई से कर्जा दिलवाया। मोदी जी ने अडानी को ढाई लाख करोड़ का कर्ज दिया। जब अडानी की कंपनियां घाटे में चलने लगी तो मोदी जी ने अडानी के 84 हजार करोड़ रूपए माफ किए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रवक्ता बब्लू प्रकाश ने कहा कि अडानी को मोदी जी ने कोयला दिया, गैस दिया, बिजली दिया, पानी दिया, सड़क दिया, सीमेंट दिया, स्टील दिया, एयरपोर्ट दिया, सीपोर्ट दिया। यानी आकाश से लेकर पाताल तक जो कुछ भी मोदी जी के हाथ में था वह सब कुछ अडानी को सौंप दिया। बांग्लादेश में बिजली का ठेका दिलवाया। श्रीलंका में बिजली का ठेका दिलवाया। ऑस्ट्रेलिया में माइनिंग दिलवाई।

आप के प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश सिन्हा ने कहा कि एक बेरोजगार को, किसान को, रेहड़ी वाले को ढाई लाख का कर्ज चाहिए, यदि एक मजदूर को अपनी बेटी की शादी के लिए ढाई लाख का कर्जा चाहिए तो उसकी चप्पल घिस जाएगी लेकिन उसे कर्जा नहीं मिलेगा और मोदी जी ने अडानी को ढाई लाख करोड़ का कर्जा दे दिया।

मॉरीशस जैसे देश में, कैरेबियाई जैसे देशों में जो टैक्स हेवेन देश कहे जाते हैं। जिन देशों में कर की छूट है, उन देशों में 38 फर्जी कंपनियां खोलकर अडानी ने हजारों लाखों करोड़ों अपनी कंपनी में लगाया। जब उसने यह पैसा अपनी कंपनियों पर लगाया तो शेयर के दाम बढ़ गए। कंपनी का मुनाफा नहीं था। कंपनी के मुनाफे के हिसाब से उसके शेयर के दाम नहीं बढ़ रहे थे। बल्कि विदेशों से जो काला धन अडानी अपनी कंपनियों में लगा रहा था, उसके हिसाब से शेयर के दाम बढ़ रहे थे।

भारत में उसके शेयर ओवर वैल्यू हो रहे थे। यह वास्तविक दाम नहीं हैं। लेकिन गलत ढंग से अपने शेयर के दाम बढ़ाए गए। जब गलत ढंग से शेयर के दाम बढ़ाए गए, मान लीजिए 2000 के शेयर को 4000 का कर दिया। बाहर से पैसा पंप करके उसके शेयर की वैल्यू बढ़ गई। जब वैल्यू बढ़ी तो उसी के आधार पर उसने एसबीआई, एलआईसी, पंजाब नेशनल बैंक आदि तमाम बैंकों से कर्ज ले लिया। यह सारा कर्ज चुका नहीं पाया क्योंकि सभी कंपनियां तो घाटे में चल रही थीं।

एलआईसी में इस देश के करोड़ों लोगों का पैसा लगा है। किसी ने अपनी बेटी की शादी के लिए पैसा लगाया है। किसी ने बुढ़ापे की पेंशन के लिए पैसा लगाया है। घर में कोई बीमार हो जाए उसके लिए पैसा लगाया है। मकान बनाने के लिए पैसा लगाया है। एसबीआई में लोगों ने इसलिए पैसा लगाया है कि मुसीबत में वह पैसा उनके काम आएगा। लेकिन आज एलआईसी और एसबीआई में करोड़ों लोगों का पैसा डूब रहा है। 65,400 करोड रुपए 8 दिन में एलआईसी का डूब गया।

आम आदमी पार्टी जेपीसी से इसकी जांच कराने की मांग कर रही है? अगर मोदी जी गलत नहीं हैं, तो वह जांच से क्यों भाग रहे हैं?

इस अवसर पर पटना की जोनल प्रभारी उमा दफ्तुआर, पार्टी के वरिष्ठ नेता ई. सत्येन्द्र सिंह, प्रदेश प्रवक्ता गुल्फिसा यूसुफ, रूपम झा, कपिलमुनि सिंह, शिवदयाल शर्मा, हेमंत पटेल, डा. दिनेश कुशवाहा, दिनेश सैनी, धर्मराज सिंह, नवी हुसैन बेचू, पटना पश्चिम के प्रवक्ता गुड्ड सिंह, अरविंद कुमार पंकज, चंद्रभूषण कुमार, दिव्यांशु शेखर, युवा नेता सन्नी कुमार, प्रदेश कार्यालय प्रभारी कृष्ण मुरारी गुप्ता, रितेश यादव, सुनिल कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।