बिहार विधानपरिषद के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन विपक्ष के भारी हंगामे की भेढ
बिहार विधानपरिषद के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन विपक्ष के भारी हंगामे की भेढ चढ गयी। जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई कि प्रतिपक्ष के नेता सम्राट चौधरी ने सदन में शराब से हुई सैकड़ों लोगों की मौत पर स्पष्ट चर्चा कराने की मांग की लेकिन सभापति देवेश चंदा ठाकुर ने इसे नियमानुकूल न होने का हवाला देकर अस्वीकृत कर दिया ।
इससे खफा विपक्षी सदस्यों ने सदन के वेल में पहुँच कर तख्तियां लहराते हुए सरकार विरोधी नारे लगाने लगे ।सदन में विपक्ष के शोर शराबे एवं हंगामे से शोर शराबे में डुब गया।
फिर भी सभापति ने शोर शराबे के बीच सदन की कार्यवाही जारी रखा इससे आक्रोशित सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा की मांग करने लगे सदन में भारी शोर शराबे के केबी जांच प्रतिवेदन, भारत के नियंत्रक महालेखापरीक्षक प्रतिवेदन, उपलब्धि प्रतिवेदन हरित एवं ग्रीन बजट की पुस्तिका के एक – एक प्रति सदन के पटल पर रखा। इसके बाद सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई ।इससे क्षुब्ध भाजपा सदस्यों ने शराब से हुई मौत पर राज्यपाल भवन पैदल मार्च किया।