विधान परिषद् में संविधान दिवस मनाया गया
बिहार विधान परिषद स्थित उप भवन के सभागार में संविधान दिवस मनाया गया। माननीय उप सभापति प्रो०(डॉ०) राम चन्द्र पूर्वे ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना पढ़ी एवं प्रदेशवासीयों को संविधान दिवस पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा और लिखित संविधान है। प्रस्तावना संविधान का दर्पण है, इसे संविधान की आत्मा कहा जाता है। प्रस्तावना से मतलब है कि भारतीय संविधान के जो मूल आदर्श है, उन्हें प्रस्तावना के माध्यम से संविधान में समाहित किया गया है। संविधान की प्रस्तावना में नागरिकों को राजनीतिक, आर्थिक तथा समाजिक न्याय के साथ स्वतंत्रता के सभी रूप शामिल है। प्रस्तावना नागरिकों को आपसी भाईचारा व बंधुत्व के माध्यम से व्यक्ति के सम्मान तथा राष्ट्र की एकता एवं अखण्डता सुनिश्चित करने का संदेश देती है। बंधुत्व का उद्देश्य साम्प्रदायिकता, क्षेत्रवाद, भाषावाद तथा जातिवाद जैसी बाधाओं को दूर करना है।
संविधान दिवस पर विधान परिषद् के माननीय सदस्य श्री संजय पासवान, श्रीमती कुमुद वर्मा, श्री संजय कुमार सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व परिषद् सचिवालय के कार्यकारी सचिव श्री विनोद कुमार, निदेशक श्री कमलेन्दु कुमार सिंह, पदाधिकारीयों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।