जब बच्चे आनलाइन पढ़ाई कर सकते हैं तो नेतागण आनलाइन प्रचार क्यों नहीं करते
सेंट्रल डेस्क
राजनीतिक दलों को नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए रैलियो को त्यागना चाहिए।
अपनी राजनीति चमकाने के लिए लोगो को मोहरा बनाना कहा तक उचित है।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव निकट आ चुका है ,इसलिए सभी पार्टियां कोरोना प्रोटोकाल की धज्जियां उड़ाते हुए अपनी रैलियो व शक्ति प्रदर्शन कर रही हैं।
देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर आ चुकी है। ऐसी परिस्थिति में राजनीतिक दलों को नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए रैलियो को त्यागना चाहिए।