48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के जवानों और प्रजापिता ब्रह्माकुमारी, ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने मिलकर मनाया रक्षाबंधन पर्व
मधुबनी /जयनगर 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों और ब्रह्माकुमारी, ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने मिलकर रक्षाबंधन पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाया। यह पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित है और इस आयोजन ने दोनों संस्थानों के बीच स्नेह और सद्भावना को और अधिक प्रगाढ़ किया।
कार्यक्रम की शुरुआत ब्रह्माकुमारी रीना बहन और डॉ धामिकलाल यादव द्वारा जवानों को भारतीय पुरातन संस्कृति अध्यात्म, राजयोग मेडिटेशन और नशामुक्ति का संदेश देकर जीवन में सकारात्मकता लाने के लिए प्रेरित किया तथा ब्रह्माकुमारी की बहनों द्वारा जवानों की कलाई पर राखी बांधने के साथ हुई। बहनों ने जवानों की दीर्घायु, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना की, जबकि जवानों ने उन्हें हर परिस्थिति में सुरक्षा देने का वचन दिया। इस पावन अवसर पर भाई-बहन के पवित्र बंधन को मनाते हुए सभी के चेहरों पर खुशी और उत्साह स्पष्ट दिख रहा था।
श्री गोविंद सिंह भण्डारी, कमांडेंट, 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल ने अपने संबोधन में कहा, “रक्षाबंधन का पर्व हमारे समाज में भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और महत्ता को दर्शाता है। यह आयोजन न केवल हमारी संस्कृति को जीवित रखता है, बल्कि हमारे जवानों और ब्रह्माकुमारी संस्थान के बीच आपसी समझ और सहयोग को भी मजबूत करता है।”
कार्यक्रम के अंत में ब्रह्माकुमारी की बहनों ने अपने अनुभव और विचार साझा किए। यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि सशस्त्र सीमा बल न केवल देश की सीमाओं की रक्षा करता है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक मूल्यों को भी प्रोत्साहित करता है।
कार्यक्रम का समापन श्री संतोष कुमार निमोरिया, उप कमांडेंट द्वारा धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर ने सभी के मन में सद्भावना और एकता की भावना को और अधिक प्रगाढ़ किया।