ईश्वर भक्ति के लिए स्वयं को समर्पित करने की जरूरत होती है : रामचन्द्रजी महाराज
अमरनाथ यादव की रिपोर्ट
मधुबनी/लदनियां प्रखंड क्षेत्र के सिधपकला गांव स्थित दुर्गामंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय भागवत महापुराण कथा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
कथावाचक रामचन्द्रजी महाराज ने कहा कि जीवनमुक्ति का सबसे बड़ा आधार ईश्वर भक्ति है और भक्ति का सबसे बड़ा आधार समर्पण है। मनुष्य समर्पण से सबकुछ प्राप्त कर लेता है। वैसे भारतीय मनीषियों ने नौधा भक्ति की श्रेष्ठता को स्वीकार किया है। लेकिन इसकी मौलिकता समर्पण में छिपी है, जिसे आत्मसात किये बिना भक्ति पूरी नहीं हो सकती। कृष्ण के प्रति सुदामा व राम के प्रति हनुमान का समर्पण इसका अकाट्य प्रमाण है। सबरी का समर्पण जूठे बैर को भी अमृत बना दिया। इस आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन दुर्गामंदिर की पूजा कमेटी की देखरेख में ग्रामीणों के द्वारा किया गया है।
मौके पर मुखिया अशोक मंडल, सरपंच लालबिहारी यादव, पंसस राजदुलारी देवी, देवकुमार यादव, मनोज कुमार यादव, केशव सिंह, रमेश प्रसाद नायक, रंजीत राय, विंदेश्वर मंडल, कामदेव राय, शिवकुमार साह, जगदीश मंडल, प्रमोद मंडल, भरत मंडल, प्रमोद राय समेत सैकड़ोंलोग थे।