बिहार

ताड़ी को नाशिले पदार्थ से मुक्त करे सरकार : रामदेव चौधरी

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
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सुमन कुमार

नालन्दा फुटपाथ विक्रेता संघ के जिलाध्यक्ष एवं संयुक्त किसान मोर्चा के जिला प्रवक्ता रामदेव चौधरी एवं किसान नेता महेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से ब्यान जारी कर कहा कि सरकार द्वारा नीरा उद्योग बिहार में पूरी तरह से फेल हो चुका है इसलिए सरकार ताड़ी पर से लगाए गए प्रतिबंध तत्काल हटा लेना चाहिए एवं ताड़ी को नशीले पदार्थ है मुक्त कर देना उचित होगा ताड़ी व्यवसाय पासी समाज का पुश्तैनी धंधा है इसे ही बेचकर अपने और अपने परिवार का भरण पोषण करते आ रहे हैं ताड़ी तार पेड़ का जूस है जो प्रकृति द्वारा उत्पन्न होता है ना कि मनुष्य द्वारा जिसे पीने से मनुष्य के सेहत पर हानि नहीं होता है जिस तरह नारियल पानी आम का जूस संतरे का जूस लीची का जूस अनार का जूस केले का जूस आदि लोग सेहत के फायदे बन के लिए सेवन करते हैं। साल 2016 में ताड़ी पर सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाया गया था बिहारशरीफ के बाजार समिति में फरवरी 2017 में पहली बार प्रोसेसिंग प्लांट में नीरा का उत्पादन और वाटलिंग शुरू की गई थी 2018 तक उत्पादन हुआ उसके बाद प्लांट बंद हो गया नीरा बॉटलिंग प्लांट 3 साल बाद फिर चालू किया गया और मात्र 24 दिन में ही बंद हो गया। इससे साफ जाहिर होता है कि सरकार द्वारा लाया गया ताड़ी से नीरा बनाने का उद्योग फेलवर हो गया अतः हम सरकार से मांग करते हैं कि पुनः विचार करते हुए ताड़ी पर से लगाए गए काला कानून सरकार वापस ले अन्यथा सरकार ताड़ी व्यवसाय से जुड़े सभी लोगों को 10,000 प्रति माह के हिसाब से बेरोजगारी भत्ता दे।ताड़ी पर से प्रतिबंध हटाने के लिए हस्ताक्षर अभियान राजगीर के अलावे बिहारशरीफ एवं पूरे नालंदा जिला में चलाया जा रहा है जो अंत: बिहार के मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा। क्योंकि ताड़ी पर प्रतिबंध लग जाने से ताड़ी व्यवसाय से जुड़े लोगों को प्रशासन द्वारा प्रताड़ित एवं शोषण किया जा रहा है।