संस्कृति

सुहागिनों ने की वट वृक्ष की पूजा

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
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लदनियां से अमरनाथ यादव की रिपोर्ट

महिलाओं ने सोमवार को वट सावित्री पर्व पर वट वृक्ष की पूजा की। वृक्ष के नीचे  सुबह से ही सुहगिनों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। पति की लंबी उम्र की कामना से किये जानेवाले इस आस्था के पर्व को महिलाओं ने बड़े ही मनोयोग से किया और वट वृक्ष की तरह पति के लंबे जीवन की कामना की। पति के लंबे जीवन की छांव तले सुहागिन सफल जीवन यात्रा पूर्ण करने की कामना रखती है। इसके लिए सुहागिनों ने वट वृक्ष को रक्षा सूत्र बांधा। रक्षा सूत्र पंडित लक्ष्मण झा द्वारा मंत्रोच्चारण के पश्चाताप बांधा गया।

व्रती के अनुसार आज का दिन सुहगिनों के लिये विशेष दिन होता है। आज ही के दिन पति की लम्बी उम्र के लिये निर्जला व्रत रख कर सावित्री ने अपने पति सत्यवान के प्राण को यमराज से वापस पाने में सफलता पाई थी। सत्यवान के प्राण हर कर जब यमराज जा रहे थे तो सावित्री अपने पति के पार्थिव शरीर को वट वृक्ष के नीचे रख कर यमराज के पीछे चली गई थी। इसलिए आज के दिन वट वृक्ष की महत्ता को ध्यान में रख सुहागिन महिलाएं वट वृक्ष की पूजा अर्चना करती हैं।  अमावस्या के दिन की जानेवाली इस पूजा का बखान विभिन्न ग्रंथों में किया गया है। अखंड सौभाग्यवती बने रहने की कामना से महिलाओं ने रविवार को 24 घण्टे का निर्जला उपवास रखा था। मौके पर प्रो. रामप्रसाद सिन्हा, समेत अन्य थे।