बिहार विधानसभा में लखीसराय की मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपा खो दिया और स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के साथ काफी नोक झोक
News डेस्क
बिहार विधानसभा में में लखीसराय की मामले को ले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपा खो दिया और स्पीकर विजय कुमार सिन्हा के साथ काफी नोक झोक हुआ। इससे पूर्व संजय सरावगी के अल्प सूचित प्रश्न के उत्तर प्रभारी गृहमंत्री विजेंद्र यादव दे रहे थे, तो इससे असंतुष्ट स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने इसे स्थगित किया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए और आपा खोते हुए कहा कि सदन संविधान के अनुरूप चलेगा हम न किसी को फसाते है न बचाते है ।कानून आपना काम करतीं हैं ,आप इस तरह से हाउस नहीं चलायेंगे आप गलत कर रहे हैं हम सदन को ऐसे चलने नहीं देगें इस तरह की चर्चा हाउस में नहीं की जाती इस पर विशेषाधिकार कमेटी बनाये हैं उस पर एक एक बात पर जांच चल रही है उसका रिपोर्ट सदन में आयेगा उस पर विचार होगी।
इस मसले पर सदन में वार – वार चर्चा करना ठीक नहीं है जब सदन विशेषाधिकार समिति का गठन हो गया है। समिति एक एक चीज पर बारिकी से देखेगा। इस पर स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने बिफरते हुए कहा कि आप लोगो ने ही मुझे स्पीकर की कुर्सी पर बैठाया है ।स्पीकर के नाते सदन में अपनी समस्या उठा नही सकते।अब पुराना दबाना भुल जाये विधायिका की अपमान किसी भी सुरत मे वर्दास्त नहीं करेंगे ।सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति खत्म हो गयी है। विधायकों की सम्मान से कोई समझौता नहीं करेंगे जहाँ तक आप हमसे ज्यादा संविधान जानते हैं सदन बैठे लोग आपसे सिखते है। आपका कानून न तो किसी को फसाती है और न बचाती है दर्शक दीर्घा में बैठे ब्यक्ति को जेल भेज दिया गया ।अब तक उसपर कोई कारवाई नही हुई राज्य में थानेदार व एसपी किसी की बात नहीं सुनते हम सदन को कमजोर नहीं होने देंगे ।राज्य में पुलिस प्रशासन सरकार के नियंत्रण में नहीं है।
इसके बाद आसन एवं सरकार के बीच तु तु मै होने से सदन में गतिरोध कायम है ।
हालांकि तीन दिन सदन में इस मामले को ले गतिरोध जारी था इस प्रश्न को दो बार सदन में प्रतिपक्ष एवं सत्ता पक्ष द्बारा लाया गया था ।इस पर सदन भारी शोर शराबे के कारण दो दो बार स्थगित भी किया गया है। आज फिर से भाजपा सदस्यों ने अल्प सूचित प्रश्न के माध्यम से पूछा गया। इस पर मुख्यमंत्री के कडे तेवर ने प्रश्न चिन्ह खडा कर दिया है।