संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज पूरे देश में विश्वासघात दिवस का आयोजन
सेंट्रल डेस्क
पटना /संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज पूरे देश में ‘विश्वासघात दिवस’ का आयोजन किया गया।
इस मौके पर पटना में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की पटना जिला इकाई के तत्वावधान में जीपीओ गोलम्बर से करीब साढ़े बारह बजे दिन में एक जुलूस निकला जो किसान आन्दोलन के समर्थन में और केन्द्र सरकार की वादाखिलाफी के बाबत जोरदार नारेबाजी करते हुए पटना जंक्शन होते हुए फ्रेजर रोड अवस्थित बुद्ध स्मृति पार्क पहुंचा। प्रदर्शनकारियों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पुतला भी चल रहा था जिसे बुद्ध स्मृति पार्क के समीप आग के हवाले कर दिया गया।
पुतला दहन के बाद सभा की शुरुआत हुई जिसकी अध्यक्षता चार सदस्यीय अध्यक्ष मंडली ने की जिसमें अखिल भारतीय किसान महासभा के राजेंद्र पटेल , अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के मणिकांत पाठक , बिहार राज्य किसान सभा के सोनालाल प्रसाद एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती विचार मंच के राम जीवन प्रसाद सिंह शरीक थे। सभा को करीब 15 वक्ताओं ने सम्बोधित किया जिसमें तमाम किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के अलावे मजदूर संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल थे। सभा की शुरुआत में अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता और भाकपा(माले) – लिबरेशन के पूर्व राज्य सचिव कॉमरेड पवन शर्मा के असामयिक निधन पर दुःख प्रकट करते हुए उन्हें दो मिनट मौन रहकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जुलूस एवं प्रदर्शन का नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रांतीय सह सचिव राजेंद्र पटेल , बिहार राज्य किसान सभा के पटना जिला सचिव सोनालाल प्रसाद , अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के राज्य उपाध्यक्ष मणिकांत पाठक , अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा के नेता नन्द किशोर सिंह , ऑल इंडिया किसान फेडरेशन के नेता विजय कुमार चौधरी , अखिल भारतीय सहजानंद सरस्वती विचार मंच के नेता राम जीवन प्रसाद सिंह , जय किसान आन्दोलन के नेता ऋषि आनन्द , नागरिक अधिकार रक्षा मंच के नेता संजय श्याम , बिहार किसान समिति के नेता बलदेव झा , राष्ट्रीय किसान मोर्चा के नेता वी.वी. सिंह , मेगा औद्योगिक पार्क प्रभावित किसान संघर्ष मोर्चा के गोपाल शर्मा , नेशन फॉर फार्मर्स के नेता गोपाल कृष्ण , बिहार राज्य किसान सभा के नेता भरत कुमार सिंह , किसान मजदूर मोर्चा के नेता कल्लू सिंह , किसान एकता मंच (मसौढ़ी) के नेता उमेश शर्मा तथा किसान संघर्ष समिति के बिन्देश्वरी सिंह, आदि ने किया। इसके अलावा कार्यक्रम में एकजुटता प्रकट करने विभिन्न मजदूर संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इसमें एटक के महासचिव गजनफर नवाब एवं हरिदेव ठाकुर , सीआईटीयू के राज्य सचिव गणेश शंकर सिंह एवं अरूण कुमार मिश्रा , एआईयूटीयूसी के नेता सूर्यकर जीतेन्द्र , इफ्टू सर्वहारा के नेता राधेश्याम एवं आकांक्षा प्रिया , खेत मजदूर यूनियन के नेता भोला प्रसाद दिवाकर एवं देवेन्द्र चौरसिया , आदि उल्लेखनीय हैं।
सभा में वक्ताओं ने केन्द्र सरकार द्वारा संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व के साथ किये गये समझौते से पीछे हटने और किसान आन्दोलन से वादाखिलाफी एवं विश्वासघात करने का आरोप लगाया। किसान संगठनों के नेताओं ने मजबूती से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी करने , बिजली संशोधन विधेयक 2020 को वापस लेने , शहीद किसानों के परिजनों को समुचित मुआवजा देने , किसान आन्दोलनकारियों पर से मुकदमे उठाने तथा बिहार में एपीएमसी कानून (कृषि मंडी) को पुनर्बहाल करने की मांग की। अ.भा. किसान संघर्ष समन्वय समिति , पटना की ओर से राष्ट्रपति को प्रेषित स्मारपत्र को जिलाधिकारी , पटना के कार्यालय को सुपूर्द किया गया। अध्यक्षीय भाषण के बाद सभा की समाप्ति की घोषणा की गई।
हस्ताक्षरित नन्द किशोर सिंह , राजेंद्र पटेल , मणिकांत पाठक ,सोनालाल प्रसाद , राम जीवन प्रसाद सिंह , ऋषि आनन्द , विजय कुमार चौधरी , गोपाल कृष्ण , गोपाल शर्मा , बलदेव झा , संजय श्याम , कल्लू सिंह ,भरत कुमार सिंह , वी.वी. सिंह , बिन्देश्वरी सिंह , उमेश शर्मा अन्य कई लोगों उपस्थित थे।