सशस्त्र सीमा बल के जवान ने एक बार फिर मानव सेवा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया
मधुबनी /जयनगर 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के जवान ने एक बार फिर मानव सेवा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।
BOP नाहरनिया पर ड्यूटी के दौरान कांस्टेबल (जीडी) अखलेश कुमार ने देखा कि एक 12 वर्षीय बच्ची जलाशय में डूब रही है। उन्होंने तुरंत सतर्कता और साहस दिखाते हुए पानी के किनारे से बच्ची को खींचकर बाहर निकाला और प्राथमिक उपचार दिया। तत्पश्चात ग्रामीणों की मदद से बच्ची को आनंद अस्पताल, उमगांव पहुँचाया गया, जहाँ उसकी स्थिति अब पूर्णतः स्थिर बताई गई है।
बचाई गई बच्ची का विवरण
नाम: रेफात खातून
आयु: 12 वर्ष
पिता का नाम: मोहम्मद मोतीमुल रहमान
निवासी: ग्राम नाहरनिया, थाना-हरलाखी, जिला-मधुबनी (बिहार)
यह घटना सीमा स्तंभ संख्या 282/29 से लगभग 1.3 कि.मी. दूरी पर घटी।
कमांडेंट श्री गोविंद सिंह भंडारी का बयान
“हमारे जवान कांस्टेबल(जीडी) अखलेश कुमार की सतर्कता और साहस से एक मासूम की जान बचाई जा सकी। यह कार्य न केवल वाहिनी बल्कि सम्पूर्ण सशस्त्र सीमा बल के लिए गर्व की बात है। एसएसबी का ध्येय वाक्य ‘सेवा, सुरक्षा, बंधुत्व’ आज पुनः साकार हुआ है। हमारे जवान सदैव जनता की सुरक्षा और सेवा में तत्पर रहेंगे।”
इस मानवीय कार्य से स्थानीय जनता में सुरक्षा बलों के प्रति विश्वास और गर्व की भावना और भी मजबूत हुई है।