एस.आई.आर के माध्यम से लोगों के अधिकार ही नहीं, उनके अस्तित्व को भी छीना जा रहा है और उनको हर तरह की योजनाओं से वंचित करने की साजिश है : तेजस्वी प्रसाद यादव
न्यूज डेस्क
पटना/नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपने आवास 01 पोलो रोड, पटना में इंडिया महागठबंधन के नेताओं के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में एस.आई.आर और उसकी प्रक्रिया को लेकर जो शक हमलोगों को पहले से था वो अब हकीकत में सामने आ गया कि चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रही है। दिल्ली और बिहार में चुनाव आयोग से इंडिया महागठबंधन के नेताओं का शिष्टमंडल मिला लेकिन चुनाव आयोग ने इस पर कोई सुनवाई नहीं की। हद तो यह है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी अनुपालन चुनाव आयोग द्वारा नहीं किया जा रहा है। इसी से स्पष्ट होता है कि दाल में कुछ काला है। सुप्रीम कोर्ट के सलाह के बाद भी मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश गुप्ता इस मामले पर चुप्पी साधे रहे और अमित शाह ने जो काम उन्हें दिया है उसी काम में वो लगे हुए हैं, यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। हमलोग हरेक स्तर पर न्याय और लोकतंत्र की हिफाजत के लिए लड़ाई लड़ेंगे। 19 जुलाई, 2025 को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मल्लिका अर्जुन खड़गे जी के आवास पर बैठक होगी जिसमें मैं भी इंडिया महागठबंधन के नेताओं के साथ शामिल रहूंगा।
नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी के साथ संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश राम, वीआईपी पार्टी के श्री मुकेश सहनी, सीपीआई एमएल के कॉ0 धीरेन्द्र झा, सीपीआई की कॉ0 निवेदिता झा, सीपीआई एम के कॉ0 अरूण कुमार, राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता प्रो0 मनोज झा, राज्यसभा सांसद श्री संजय यादव, प्रदेश राजद के मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव एवं प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद उपस्थित थे।
तेजस्वी जी ने आगे कहा कि 03 दिन पहले सूत्रों के हवाले से 35 लाख वोट हटाये जाने की खबरें सामने आयी और जो सूत्र के हवाले बातें तीन दिन पहले छपी थी उन्हीं बातों को चुनाव आयोग ने प्रेस नोट के माध्यम से तीन दिन बाद दिया। सवाल यह है कि प्रक्रिया जब चल रही है तो इतनी संख्या में वोटर्स के नाम कटने की बातें कैसे आ गई जबकि अभी 08 दिन एस.आई.आर में शेष है। बिहार में पत्रकारों को सच्चाई दिखाने पर मुकदमे का सामना करना पड़ रहा है जबकि सच्चाई यह है कि बी.एल.ओ पर दबाव बनाकर फर्जी दस्तखत के सहारे भाजपा के लोगों के माध्यम से मतदाताओं के नाम बिना उनकी जानकारी के फर्जी ढंग से अपलोड किये जा रहे हैं। इसके लिए वीडियो फुटेज भी दिखाया जिसमें इस तरह की बातें सामने आयी है।
तेजस्वी जी ने आगे कहा कि लोगों के अधिकार ही नहीं उनके अस्तित्व को भी छीना जा रहा है। लोकतंत्र में ऐसी बातें की जा रही है जिससे कि लोगों का वोटर लिस्ट से नाम हटा दिया जाय और उनको हर तरह की सुविधाओं से वंचित कर दिया जाय, जो नागरिक अधिकार उन्हें मिले हुए हैं। जैसे राशन, पेंशन, आरक्षण की सुविधा, किसान सम्मान निधि, सब्सिडी, छात्रवृति, आवास योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, जनकल्याणकारी योजना और अन्य तरह की योजनाएं जो जनहित में है उसे लोगों को वंचित रखा जाय, ये बड़ी साजिश है। साथ ही पंचायती राज व्यवस्था में पंचायत चुनाव के समय उनके मत को भी काटने की साजिश चल रही है। इसके लिए पंचायत जनप्रतिनिधियों और नगर निगम के वार्ड पार्षदों को सजग रहकर सभी के नाम कटे नहीं इसके लिए सक्रियता दिखानी होगी। बिहार में 12 से 15 प्रतिशत वोटर्स के नाम काटने की तैयारी चल रही है। पिछले 17 दिनों से जो प्रक्रिया चल रही है उसमें 22 हजार ऐसी बूथें हैं जहां अब तक बी.एल.ओ ने इस पर एक्सरसाइज भी नहीं किया है। चुनाव आयोग कोई भी जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं दे रहा है। ईमानदारी से काम नहीं हो रहा है। एक बड़ी साजिश संविधान को खत्म करने के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ही कमजोर करने का प्रयास चल रहा है।
इन्होंने आगे कहा कि एनडीए के अन्दर चन्द्रबाबू नायडू ने भी एस.आई.आर पर सवाल खड़ा किये हैं लेकिन इस मामले में भाजपा और नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं। दियारा क्षेत्र में गरीब के वोट काटने की एक सुनियोजित साजिश चल रही है और यहां कागजात के नाम पर चौथीं पीढ़ी तक के लोगों के कागज मांगे जा रहे हैं। भाजपा अपने प्रकोष्ठ के माध्यम से फायदा लेने का प्रयास कर रही है और चुनाव आयोग भी एक दल और एनडीए को फायदा पहुंचाने के कार्य में लगे हुए हैं।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश राम ने कहा कि ये फर्जीवाड़ा करेंगे इसकी आशंका पहले से थी जिसकी पुष्टि चुनाव आयोग के कार्यों से दिख रही है। चुनचुन कर लोगों के नाम फर्जी तरीके से बाहर किये जा रहे हैं और सरनेम देखकर ऐसे वोटर्स पर हमला किये जा रहे हैं, ये स्पष्ट रूप से दिखता है। जब मनोज झा जी की उपस्थिति में हमलोग दिल्ली में चुनाव आयोग से मिले थे तो मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश गुप्ता ने कहा था कि 20 प्रतिशत नाम कटेंगे। 08 करोड़ वोटर्स में से 02 करोड़ वोटर्स को वंचित करने की साजिश चल रही है। हमलोग इसका हर स्तर पर प्रतिकार करेंगे।
वीआईपी पार्टी के श्री मुकेश सहनी ने कहा कि लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश चल रही है। हरेक मतदाता को लोकतंत्र में वोट देने का अधिकार है लेकिन जिस तरह से कार्य हो रहे हैं उससे अतिपिछड़ा, दलित और अन्य गरीब लोगों को वोट से वंचित करने की साजिश है। इसके लिए हमसभी पंचायत प्रतिनिधियों और नगर निगम के प्रतिनिधि से अपील करते हैं कि आप इस मामले में सजग रहें क्योंकि इसके बाद आपके साथ भी इसी तरह की कार्रवाई ये लोग करेंगे।
सीपीआई माले के कामरेड धीरेन्द्र झा ने कहा कि जनता ने उनके खांचे में ढलने से मना कर दिया है इसलिए बिहार में जनता के अधिकार को ही खत्म किया जा रहा है। सच तो यह है कि 40 से 50 प्रतिशत ही जमीन सतह पर काम हुए हैं बाकी काम सत्ता पक्ष के इशारे पर हो रहे हैं।
सीपीआई की कॉमरेड निवेदिता झा ने कहा कि आम नागरिकों के हक और अधिकार को छीना जा रहा है। महिलाओं, वंचितों, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, अल्पसंख्यकों के अधिकार को छीनने की साजिश है। बिहार में चुनाव आयोग कठपुतली की तरह काम कर रही है। मेरा स्वयं का बिना फार्म भरे डाक्यूमेंटस अपलोड कर दिये गये हैं। बाद में शिकायत किया तो कहा कि ठीक हो जायेगा।
सीपीआई एम के कॉमरेड अरूण कुमार ने कहा कि हम आम जनता के बीच जा रहे हैं। पहले से ही हम कहते आ रहे हैं कि ये भाजपा की साजिश है। हमारे संवैधानिक संस्थाओं को खोखला बनाकर उसकी स्वायतता को समाप्त कर दिया जा रहा है। ऐसी साजिशों के खिलाफ हमलोग चुप नहीं बैठ सकते हैं।