चुनाव एवं प्रशासनिक कार्य ठप होने की आशंका : आई.टी. सहायक एवं कार्यपालक सहायक का सामूहिक अवकाश और भूख हड़ताल
पटना/बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी (BPSM) के अंतर्गत कार्यरत है सभी आई.टी. सहायक एवं कार्यपालक सहायक* ने मानदेय वृद्धि और सेवा स्थायिकरण की मांगों पर ठोस निर्णय न होने के कारण आंदोलन का ऐलान किया है।
संयुक्त मोर्चा ने कहा है कि
03 एवं 04 अक्टूबर 2025 को दो दिवसीय सामूहिक अवकाश रहेगा।
06 अक्टूबर 2025 से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू होगी।
सबसे गंभीर पहलू यह है कि वर्तमान समय में चुनाव सहित संपूर्ण प्रशासनिक व्यवस्था आई.टी. पर आधारित है। आंदोलन की अवधि में न केवल चुनावी कार्य बल्कि शासन-प्रशासन की सभी डिजिटल गतिविधियाँ ठप पड़ जाएंगी।
इससे प्रभावित होने वाले कार्यों में शामिल हैं
चुनाव प्रक्रिया से जुड़े कार्य : मतदाता सूची का अद्यतन, BLO की प्रविष्टियाँ, प्रशिक्षण मॉड्यूल, नामांकन की ऑनलाइन प्रक्रिया, VVPAT/EVM प्रबंधन से जुड़े पोर्टल, सी-विजिल और अन्य निर्वाचन संबंधी ऐप्स का संचालन।
जिला एवं प्रखंड स्तर पर प्रशासनिक कार्य : डाटा एंट्री, विभिन्न विभागीय पोर्टल का संचालन, ऑनलाइन सेवा योजनाएँ (पेंशन, छात्रवृत्ति, जनकल्याण योजनाएँ) का निष्पादन।
राज्य स्तर पर रिपोर्टिंग एवं मॉनिटरिंग* : विभागीय बैठकों, विकास योजनाओं एवं चुनाव से संबंधित ऑनलाइन समीक्षा।
जनता से सीधे जुड़े कार्य: प्रमाण पत्र निर्गत (जाति, आय, निवास), ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल, ऑनलाइन शिकायत निवारण और अन्य सेवा वितरण।
संयुक्त मोर्चा ने चेतावनी दी है कि इन सभी कार्यों के ठप पड़ने से आम जनता, चुनाव प्रक्रिया एवं प्रशासन — तीनों को अभूतपूर्व कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
कर्मियों की प्रमुख मांगें
सेवा स्थायिकरण एवं वेतनमान का लाभ।
सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा के आलोक में मानदेय निर्धारण।
नियोजन तिथि से EPF का लाभ।
पुनर्नियोजन की व्यवस्था।
सेवा काल में मृत्यु पर न्यूनतम 40 लाख एवं स्थायी अपंगता पर 25 लाख का उपादान, साथ ही आश्रित को अनुकंपा नियुक्ति।
मधुबनी जिला सहित राज्यभर के आई.टी. सहायक एवं कार्यपालक सहायक आंदोलन में शामिल रहेंगे। चुनावी तैयारियों से लेकर आम जनता की ऑनलाइन सेवाओं तक, लगभग सभी कार्य बाधित होंगे।
संयुक्त मोर्चा ने साफ किया है कि यदि इससे शासन-प्रशासन पर दबाव बढ़ता है, तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी BPSM की होगी।