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संविधान की ताकत ही है लोकतंत्र की असली शक्ति: रविशंकर प्रसाद

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पटना/ बी.डी. कॉलेज, पटना के तत्वावधान में सचिवालय स्थित अधिवेशन भवन में प्रथम भुवनेश्वरी दयाल स्मृति व्याख्यान का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर “Constitutional Journey of India in the Last 75 Years” विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पटना साहिब के सांसद श्री रविशंकर प्रसाद ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि:

“भारत का संविधान समय की कसौटी पर खरा उतरा है। इसमें हर चुनौती से निपटने की क्षमता है। संविधान ने लोकतंत्र को परिपक्व बनाया है और जनता को सशक्त बनाकर रखा है।”

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश की संप्रभुता, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र की नींव संविधान की ही देन है। उन्होंने संविधान की ताकत को रेखांकित करते हुए कहा कि यह प्रत्येक नागरिक को समान अवसर और अधिकार प्रदान करता है, चाहे उसकी जाति, धर्म, भाषा या क्षेत्र कोई भी हो।

इस व्याख्यान में उन्होंने भारत के संविधान निर्माण में योगदान देने वाले महान नेताओं को याद करते हुए डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने सरदार पटेल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने रियासतों के एकीकरण के माध्यम से संविधान की भावना को मूर्त रूप दिया।

अध्यक्षता कर रहीं थीं बी.डी. कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रत्ना अमृत

कार्यक्रम की अध्यक्षता बी.डी. कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रत्ना अमृत ने की। उन्होंने कॉलेज की स्थापना में स्व. भुवनेश्वरी दयाल, महापौर के.एन. सहाय एवं प्रो. निर्मल कुमार श्रीवास्तव के योगदान को रेखांकित किया। डॉ. रत्ना अमृत ने बताया कि बीडी कॉलेज के निर्माणाधीन भवन का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाएगा एवं नैक ग्रेडिंग के लिए भी प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि कॉलेज कैंटीन का संचालन अब जीविका दीदियों को सौंपा जाएगा।

गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति

इस अवसर पर बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. गिरीश कुमार चौधरी, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. उपेंद्र प्रसाद सिंह, तथा मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. पी. शाही बतौर विशिष्ट अतिथि मंचासीन रहे। कॉलेज के शिक्षकगण, छात्र-छात्राएं एवं कई प्रबुद्ध नागरिक भी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित थे।