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विधान सभा में सत्ता एवं प्रतिपक्ष में नोंक – झोंक एवं हत्था पाई की नौबत

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राजकुमार यादव की रिपोर्ट 

पटना / बिहार विधान सभा मॉनसून सत्र के चौथे दिन मुख्य विपक्षी दल राजद, कांग्रेस एवं वामपंथी दलों के बीच सदन में काफी नोंक झोंक, धक्का मुक्की एवं हत्था पाई की नौबत आ गई। सदन में सत्ता एवं विपक्षी पक्षों के बीच तना तनी हत्था पाई एवं मारपीट होने से बचा गया। यह समस्या उस समय उत्पन्न हो गई जब तेजस्वी यादव कटौती प्रस्ताव पर अपनी पक्ष सदन में रख रहे थे ।उसी समय उपमुख्यमंत्री मंत्री समेत कई सदस्य आक्रोशित हो कर तेजस्वी यादव पर अभद्र टिप्पणी कर रहे थे। बीच बीच में स्पीकर अभद्र टिप्पणी से बचने एवं मर्यादा में रहने की सलाह दे रहे थे।सदस्यों ने सदन के वेल में पहुंच कर जोरदार हंगामा किया।

प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव एवं डॉ अशोक चौधरी के बीच काफी नोंक झोंक हुआ। तेजस्वी यादव एवं सम्राट चौधरी के बीच काफी नोक झोंक हुआ। इसी बीच भाजपा जनक सिंह ने तेजस्वी यादव पर अभद्र टिप्पणी कर दिया इसके खिलाफ राजद के सदस्यों ने बौखलाकर सत्ता पक्ष की ओर दौड कर पहुंच गए। उधर से अनहोनी को भांपते हुए मार्शलों ने बीच बचाओ में कूद पड़ा जिससे हत्था पाई होते होते बच गई। वहीं भाजपा के संजय सिंह ने माइक तोड़ कर विपक्ष पर टूट पड़ा। सदन में दोनों दलों लोगों ने बीच बचाओ किया।ने जिससे सदन की कार्यवाही दो दो बार स्थगित करना पड़ा सुबह सदन की कार्यवाही ज्योंहि शुरू हुआ कि प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आसन से आग्रह किया कि मतदाता गहन पुनरीक्षण sir के मामले पर सदन में चर्चा हो ।

क्योंकि चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों ने व्यवधान पैदा किया। जिसके कारण सदन में आधे अधूरे चर्चा हुई। स्पीकर महोदय पुनः चर्चा कराए। इसपर स्पीकर नंदकिशोर यादव ने बात मानकर चर्चा कराने हेतू राजी हो गए। तेजस्वी प्रसाद यादव के वक्तव्य के बीच काफी टोका टोकी एवं नोंक झोंक होता रहा। तेजस्वी यादव के साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, डॉ प्रेम कुमार, डॉ अशोक चौधरी के बीच काफी नोंक झोंक एवं टोका टोकी हुआ। सदन में कई बार मारपीट की भी नौबत आई। लेकिन बीच बीच में स्पीकर नंदकिशोर यादव मंत्रियों को डाट पिला कर शांत कराया। जिससे स्पीकर एवं उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के बीच काफी नोक झोंक हुआ। भोजनावकाश के बाद तेजस्वी प्रसाद यादव कटौती प्रस्ताव पर सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे थे। टी सत्ता पक्ष पचा नहीं पा रहे थे। बीच बीच में टोका टोकी करते नहीं चूकते थे। तेजस्वी यादव ने अपनी बेबाक शैली में अपनी बात रख रहे थे और सत्ता पक्ष बौखलाहट देखने में बनती थीं। इससे पूर्व तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में बड़े पैमाने पर मतदाता गहन पुनरीक्षण से आ व्यवस्था उत्पन हो जाएगी। क्योंकि राज्य करीब साढ़े चार करोड़ मतदाता अन्य राज्यों में प्रवासी मजदूर रोजी रोटी कमाने हेतु बाहर हैं। यह अकड़ा केंद्र सरकार का है। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को डाट चुका है। आप नागरिकता देने वाले कौन हैं। आप पारदर्शी तरीके से चुनाव कराए। आप sir के नाम पर गरीबों दलितों पिछड़ों अल्प संख्यकों के वोटर को नाम काटे जा रहे हैं। सरकार इस चुप क्यों बैठे है संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि चुनाव आयोग की पूरी ईमानदारी एवं पारदर्शी तरीके से नाम जोड़ेगी। जो मतदाता मृत्य है, दो दो जगह नाम है उसको हटाया जा रहा है।