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जलपुत्र के नाम से चर्चित युवक अजय राय ने बक्सर में NDRF/SDRF कैंप की स्थापना को लेकर डीएम से की मांग

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न्यूज डेस्क 

बक्सर जिले में आपदा प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने और गंगा किनारे हो रही लगातार दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने की दिशा में अहम पहल करते हुए नगर के युवा समाजसेवी अजय राय ने जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद से मुलाकात कर एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा मोचन बल) या एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) कैंप की स्थायी स्थापना की मांग की है।

डीएम को सौंपे गए ज्ञापन में अजय राय ने बक्सर जिले की भौगोलिक और सामाजिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए बताया कि जिला गंगा नदी के तट पर बसा है, जिसका एक बड़ा हिस्सा गंगा के प्रवाह क्षेत्र में आता है। ऐसे में आए दिन यहां जल दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिनमें कई बार लोगों की जान चली जाती है। उन्होंने हाल ही में घटित एक गंभीर घटना का भी उल्लेख किया, जब वीर कुंवर सिंह सेतु से एक स्कॉर्पियो वाहन रेलिंग को तोड़ते हुए गंगा में जा गिरी, जिससे दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना न सिर्फ स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जिले में आपदा राहत बल की त्वरित उपस्थिति कितनी आवश्यक है।

इतना ही नहीं, गंगा घाटों पर नहाने के दौरान डूबने की घटनाएं आम होती जा रही हैं। लगभग हर सप्ताह कोई न कोई व्यक्ति गंगा की लहरों में समा जाता है। यह स्थिति चिंताजनक है, और इसे देखते हुए स्थानीय स्तर पर एनडीआरएफ या एसडीआरएफ की यूनिट की तैनाती अत्यंत जरूरी है। अजय राय ने यह भी कहा कि रामरेखा घाट, जो बक्सर का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, वहां नहान, मुंडन संस्कार और धार्मिक आयोजनों के दौरान भारी भीड़ उमड़ती है। इन अवसरों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम तो किए जाते हैं, लेकिन विशेषज्ञ बचाव दल की कमी साफ तौर पर महसूस होती है। गहरे जल क्षेत्र और तेज प्रवाह के कारण हर समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। यदि एनडीआरएफ की टीम स्थायी रूप से मौजूद हो, तो ऐसे आयोजनों के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों को तुरंत अंजाम दिया जा सकता है।

वर्तमान में जिले के लिए निकटतम एनडीआरएफ/एसडीआरएफ कैंप बिहटा (पटना) में स्थित है, जो बक्सर से लगभग 100 किलोमीटर दूर है। ऐसे में किसी भी दुर्घटना की स्थिति में राहत टीम को घटनास्थल तक पहुंचने में घंटों का समय लग जाता है, जिससे कई बार क़ीमती जानें नहीं बच पातीं। उन्होंने यह भी कहा कि बक्सर जिला, शाहाबाद प्रक्षेत्र के भोजपुर, रोहतास और कैमूर जिलों की सीमाओं से भी जुड़ा हुआ है। यदि यहां एक कैंप की स्थापना की जाती है, तो यह न सिर्फ बक्सर बल्कि पूरे शाहाबाद क्षेत्र के लिए फायदेमंद साबित होगा। इस जनहितकारी पहल के बाद अजय राय को आम लोगों से भरपूर समर्थन मिल रहा है। कई लोगों ने उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि यह मांग यदि पूरी होती है तो बक्सर और आसपास के जिलों में आपदा राहत व्यवस्था मजबूत होगी और अनगिनत जानें बचाई जा सकेंगी।
बहरहाल अब देखना होगा कि प्रशासन इस संवेदनशील और महत्वपूर्ण मांग पर कितनी जल्दी सकारात्मक कार्रवाई करता है।