दबंग ब्राह्मणों ने एक यादव कथावाचक की चोटी काटी, सिर मुंडा, महिला यजमान के पैर छुआए उस महिला की पेशाब छिड़कवाई और नाक रगड़वाई
संतोष कुमार सिंह
यूपी/इटावा में दबंग ब्राह्मणों ने एक यादव कथावाचक की चोटी काटी, सिर मुंडा दिया। महिला यजमान के पैर छुआए उस महिला की पेशाब छिड़कवाई और नाक रगड़वाई। कथावाचक के साथी से भी मारपीट उसका सिर मुंडवाया, हारमोनियम भी तोड़ दिया। मामला बकेवर थाना क्षेत्र के दादरपुर गांव का है। कथावाचक ने कहा कि यादव होने की वजह से उसके साथ मारपीट की गई है।
कथावाचक मुकुट मणि यादव ने बताया- मैं भागवत पाठ कराता हूं। इसी लिए 21 जून 27 जून तक दादरपुर गांव में गया था। यह बुकिंग पाठक बाबा के माध्यम से गांव निवासी पप्पू बाबा ने कराई थी। पहले ही दिन देर शाम भोजन करते वक्त पप्पू बाबा ने मुझसे मेरी जाति पूछी। जब मैंने बताया कि मैं यादव बिरादरी से हूं, तो उन्होंने मुझ पर दलित होने का आरोप लगाया और गालियां भी दीं। कहा कि ब्राह्मणों के गांव में भागवत पाठ करने की हिम्मत कैसे की।
पप्पू बाबा के साथ अतुल, डीलर, मनीष और लगभग 50 अज्ञात लोगों ने मुझे गालियां दीं, लात-घूसों, जूतों और चप्पलों से पीटा। गांव की भीड़ के सामने मेरा सिर मुंडवाया गया। परीक्षित (यजमान) बनी महिला के पैरों में जबरन नाक रगड़वाई गई और गांव के बच्चों, महिलाओं और पुरुषों के जूतों पर सिर रगड़वाकर माफी मंगवाई गई।
मुझे लगता हैं अब यादव समाज ओर यदुवंशी अहीर लोगो को समझ में आ जाना चाहिए कि ब्राह्मण उन्हें शूद्र ही मानता है तथा कथावाचक का धंधा सिर्फ ब्राह्मणों का ही उसे दूसरा नहीं कर सकता है। यह सिर्फ हिंदू राष्ट्र (ब्राह्मणराष्ट्र) के लिए तुम्हे हिंदू मानते है।
इस खबर को पढ़ने के बाद जो 16 करोड़ भारत में यादव है उन्हें चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए? आप अपने दादा पिता मह हैं भगवान श्री कृष्णा तक का अपमान कर रहे हो? अब तो हद हो चुकी है।
अखिलेश यादव मुख्यमंत्री रह चुके हैं? मुलायम सिंह कहते थे। हमारा क्षेत्र है इटावा; लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री रह चुके हैं भारत के राष्ट्रीय स्तर के नेता है, मोहन यादव खुद मुख्यमंत्री है ।मध्य प्रदेश के किसी को शर्म नहीं है। इतना बड़ा अपमान यादवों का और जो की 16 करोड़ भारत में हैं। अगर वह अपनी अस्मिता की और सम्मान की रक्षा नहीं कर पाते हैं। भगवान मालिक है ।ऐसी जिंदगी का? जय हिंद जय भारत. यह हम भारत के यादवों का ही अपमान नहीं है यह भगवान श्री कृष्ण का भी अपमान है।
यदुवंशी का अपमान है! जब अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे जब उन्होंने मुख्यमंत्री निवास छोड़ जिनको उनके जाने के बाद गंगाजल से धोया गया था। उनका अपमान किया गया ।जब भी वह सब थोड़े सजग हो जाते तो आज इतना बड़ा अपमान नहीं होता की कथा वाचक यादव का सिर मुड़वा दिया गया, अखिलेश यादव PDA की राजनीति करते हैं। अपने सजातीय भाई यादवों के सम्मान की रक्षा करने में फेल हो रहे हैं ।इससे ज्यादा और क्या शर्मनाक होगा आखिर कब तुम्हारे अंदर आत्मसम्मान जागेगा।