सभी जिला मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालयों पर किसानों की मांग को लेकर करेगा जुझारू प्रदर्शन
पटना/अखिल भारतीय किसान महासभा के बिहार राज्य सचिव सह राष्ट्रीय सचिव उमेश सिंह ने अपने प्रेस बयान में कहा कि 10 मई 2025 जो अखिल भारतीय किसान महासभा की 15वीं स्थापना दिवस और 1857 की प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन का प्रथम दिन है पर संपूर्ण बिहार के सभी जिला मुख्यालयों और प्रखंड मुख्यालयों पर किसानों की मांग को लेकर जुझारू प्रदर्शन करेगा। इस प्रदर्शन के माध्यम से किसान महासभा किसानों की मांग कारपोरेट के पक्ष में कृषि भूमि व फसल की लूट की नीयत से जारी:- कृषि विपणन पर लाए गए राष्ट्रीय प्रस्ताव वापस लो । विकास योजनाओं के नाम पर बिना समुचित मुआवजा के जबरन कृषि भूमि का अधिग्रहण बंद करो !! कारपोरेट के पक्ष में लैंड बैंक बनाने की नीयत से बिहार में कराए जा रहे आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा हुआ भूमि सर्वे पर अविलंब रोक लगाओ के साथ किसानों के अन्य मांगों एमएसपी की कानूनी गारंटी,सिंचाई संसाधनों का जीर्णोद्धार,कृषि हेतु मुफ्त बिजली,के साथ अन्य स्थानीय मांग उठाए जाएंगे।
उमेश सिंह ने कहा कि प्रदर्शन में आतंक, युद्धोंमाद और मुसलमानों के प्रति नफरती माहौल के खिलाफ
साझी शहादत – साझी विरासत की परम्परा को बुलंद करें ! के नारे के साथ किसान सड़कों पर उतरेंगे। इसके लिए आज एक बैनर का प्रारूप जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में 20 मई को मजदूर वर्ग द्वारा आहूत देश व्यापी आम हड़ताल में जिला मुख्यालय से लेकर सभी प्रखंड मुख्यालयों पर हजारों हजार किसान सड़कों पर उतरेंगे।
उमेश सिंह ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर भाजपा समर्थक असामाजिक तत्वों द्वारा उतर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हाल में किये गये हमले और उनकी पगड़ी उछाल कर उन्हें अपमानित करने की कारगुजारी की तीखी भर्त्सना की और दोषी अभियुक्तों को दंडित करने की मांग की गई।
उन्होंने बिहार में प्राकृतिक आपदा (ओला , बारिश, आंधी) के चलते बिहार में गेहूं, मक्का ,आदि फसलों की हुई व्यापक क्षति के आलोक में प्रभावित किसानों को समुचित मुआवजा देने की भी मांग की गई।

