शांतिपूर्ण,सौहाद्रपूर्ण एवं सुरक्षित छठ पूजा के आयोजन को लेकर 568 महत्वपूर्ण स्थानो पर 1138 दंडाधिकारियों एवम पुलिस अधिकारियों को किया गया तैनात : DM
मधुबनी जिलाधिकारी अरविन्द कुमार वर्मा ने समस्त जिले वासियों को लोक आस्था के महान पर्व छठ की दी हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यह पर्व संयम एवं आत्म अनुशासन का पर्व है। भगवान भास्कर से प्रार्थना है कि जिले में सुख,शांति,प्रगति,समृद्धि एवम सौहाद्र बनी रहे। उन्होंने अपील किया है कि छठ घाटों पर पटाखा नही छोड़े, बैरीकेटिंग को पार नही करे, साथ ही किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान नही दे, सजग रहे,सचेत एवं अपने छोटे बच्चे एवम बुजुर्गों का भी अवश्य ख्याल रखे।
उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण,सौहाद्रपूर्ण एव सुरक्षित छठ पूजा के आयोजन को लेकर जिले के महत्वपूर्ण 568 स्थानो पर 1138 दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियो की प्रतिनियुक्ति किया गया है,साथ ही पर्याप्त* *संख्या में* *पुलिस बल की भी तैनाती की गई है। इसके अतिरिक्त गश्तीदल एवं क्विक रिस्पांस टीम का भी गठन किया गया है। सभी 21 प्रखंडो के लिए वरीय पदाधिकारियो को प्रखंडो का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। विधिव्यवस्था के आलोक में पूरे जिले को पाँच भागों में बांटकर अनुमंडल अधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदधिकारो को उसकी जबाबदेही दी गई है। समाहरणालय में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गईं है,जिसका दूरभाष नंबर 06276-224425 एवं आपदा नियंत्रण कक्ष का नंबर 222576 है। छठ पर्व के अवसर पर संभावित भीड़ को नियंत्रण करने तथा छठ व्रतियों के आने-जाने में सुविधा के दृष्टिकोण से शहरी क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न मार्गो एवं घाटों पर स्थाई रूप से विशेष व्यवस्था लागू किया गया है। छठ घाटों पर पटाखा छोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा,एवं इसका उलंघन करने पर करवाई की जाएगी। छठ के दिन सम्पूर्ण जिले में नाव परिचालन पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है। सभी महत्वपूर्ण छठ घाटों पर सादे लिबास में भी पुलिस की तैनाती रहेगी,साथ ही सुरक्षा के दृषिटकोण एसडीआरएफ की टीम एवं आपदा मित्र की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। सभी महत्वपूर्ण घाटों पर मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी। डीएम के निर्देश पर वरीय अधिकारियों ने आज अपने संबधित प्रखंडो के छठ घाट का अवलोकन भी किया एवं प्रशानिक तैयारियो का जायजा भी लिया।
.सजग रहे,सावधान रहें साथ ही सभी प्रकार के अफवाहों से दूर रहें। छठ घाटों पर बने बैरिकेटिंग को भूल कर भी पार नही करे साथ ही खतरनाक घाटों पर या गहरे पानी मे कदापि नही जाए।अपने बच्चों एवं बुजुर्गों का ख्याल अवश्य रखें।