केजरीवाल सरकार के सात साल बेमिसाल है : बबलू प्रकाश
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पटना/ आम आदमी पार्टी बिहार के प्रदेश प्रवक्ता बबलू प्रकाश ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में चलने वाली दिल्ली सरकार के सात साल पूरे हो गए हैं और इस दौरान सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी के क्षेत्र में कई अद्वितीय काम किया है जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है।
बबलू ने बताया कि दिल्ली सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव किए हैं। सरकारी स्कूलों को विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और 20 हजार नए क्लास रूम दिए । शिक्षकों को देश एवं विदेश के नामी संस्थानों में भेजकर ट्रेनिंग दिलवाई और स्कूल प्रबंधन समितियों को मजबूत कर अभिभावकों की भागीदारी भी सुनिश्चित किया। स्कूलों में हैप्पीनेस और माइंडफुलनेस क्लास के जरिए बच्चों के तनाव को दूर किया।उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के साथ बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम शुरू किया।साथ ही बच्चों में देशभक्ति की भावना जागृत करने के लिए देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू किया। दिल्ली सरकार ने स्कूलों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए भी कई बड़े कदम उठाए। स्कूलों में पिछले पांच वर्षों में तीन एस्ट्रो टर्फ, पांच सिंथेटिक ट्रैक्स और 17 स्वीमिंग पूल बनाये हैं, और कई योजनाओं पर काम चल रहा है। दिल्ली के स्कूलों में आए बदलाव से प्रभावित होकर इस बार करीब 2.5 लाख बच्चों ने प्राइवेट स्कूलों से नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में एडमिशन लिया है।
विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार करने के लिए पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित करने वाला दिल्ली देश का इकलौता राज्य है। सरकार, खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने के लिए आर्थिक मदद भी दे रही है। केजरीवाल सरकार के सात साल बेमिसाल है।
प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश सिन्हा ने बताया कि दिल्ली में सरकार बनने से पहले प्राइमरी हेल्थकेयर का बुरा हाल था, जिसकी वजह से लोगों की जेब पर बोझ पड़ता था। अस्पतालों में दवाइयों की कमी थी,मशीनें खराब थीं। अस्पतालों में भारी भीड़ के साथ डायग्नोसिस और सर्जरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता था। इसलिए केजरीवाल सरकार ने शिक्षा के बाद स्वास्थ्य पर फोकस करने का निर्णय लिया, क्योंकि यह मानव जीवन से जुड़ा मसला था। सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों में दिल्ली वालों का पूरा इलाज मुफ्त कर दिया। एक क्रोसीन की टेबलेट से लेकर 70-80 लाख रुपए तक का ऑपरेशन भी दिल्ली में मुफ्त किया जाता है। दिल्ली सरकार ने दिल्ली के नागरिकों के लिए मोहल्ला क्लीनिक, पॉलीक्लीनिक और सरकारी अस्पतालों का तीन स्तरीय सुरक्षा चक्र दिया। दिल्ली सरकार, स्वास्थ्य पर 16 फीसद बजट खर्च कर रही है, जबकि देश के बाकी राज्यों में यह औसतन पांच प्रतिशत है। इस हिसाब से दिल्ली का स्वास्थ्य बजट बाकी राज्यों की तुलना में तीन गुना ज्यादा है।
सिन्हा ने बताया कि दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक में 125 तरह की मुफ्त दवाइयां और 212 लैब में मुफ्त टेस्ट उपलब्ध हैं। यदि सरकारी अस्पतालों में 30 दिन के भीतर जांच नहीं होती है, तो मरीज पैनल में शामिल 23 निजी डायग्नोस्टिक केंद्रों में जांच करा सकता है। इसी तरह 1155 सर्जरी के लिए सूचीबद्ध 56 निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है। दिल्ली सरकार ‘फरिश्ते दिल्ली के योजना के तहत सड़क दुर्घटना के पीड़ितों के इलाज का सारा खर्च उठाती है।