बिहार

रामनवमी के शोभायात्रा पर पथ्थराव को ले भारी हंगामा सदन की स्थगित

बिहार हलचल न्यूज ,जन जन की आवाज
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पटना /बिहार विधान परिषद् में रामनवमी के शोभायात्रा पर बिहार के विभिन्न शहरों में पथराव ,भयंकर हिंसा और आगजनी की घटनाएं को ले भारी सदन में भारी शोर शोराबे एवं हंगामा हुआ , विपक्षी सदस्य भाजपा ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए के वेल मे पहुँच कर भारी हंगामा किया।विपक्ष ने जय श्री राम की नारा लगाया वही सत्ता पक्ष के सदस्यों विपक्ष के विरोध में सीताराम के नारे लगान लगे इससे पूर्व भाजपा के निवेदिता सिंह ने सदन में कार्य स्थगन के माध्यम से चर्चा कराने के मांग करते हुए कहा कि बिहार शरीफ सताराम और नवगछिया में कई स्थानों पर बम बाजी सैकड़ों राउंड फायरिंग की गई है। जो कई घरों को आग के हवाले कर दिया गया ।कई वाहनों के डाले गए कई दुकानों को पतियों द्वारा लूट लिया गया असामाजिक तत्वों द्वारा की गई फायरिंग और अंबाजी में कई लोगों के हताहत होने की सूचना है सरकार प्रशासनिक अवसर पर पूरी तरह विफल साबित हुई है तो क्या तंत्र को पूर्ण रूप से नाकाम रही हैं। तत्कालीन प्रशासनिक कदम भी नहीं उठाए गए और स्वरूप गंगा का नंगा नाच करते रहे और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी रही गर्मी की हद तो यह है कि सपा द्वारा किया जा रहा है। कि कहीं धारा 144 नहीं लगाया गया है। जबकि प्रभावित इलाकों में प्रशासन द्वारा लाउडस्पीकर द्वारा इसकी सूचना दी गई है प्रतीक होता है। उसका दंगाइयों को खुली छूट मानसिकता के तहत दी गई और कई परिवार को मजबूर हुए हैं ।नए इलाकों में खेलते जा रहे हैं और सरकार प्रशासनिक लगी हुई है सरकार का प्रभुत्व है जंगलराज है मुख्यमंत्री सह मंत्री पूर्ण हो चुके हैं हम विधान परिषद में सूची को स्थगित करते हुए राज्य के इस विषय पर चर्चा कराने की मांग की थी ।इसके जवाब में जदयू के नीरज कुमार ने कहा कि राज्य में बडे पैमाने पर सुनियोजित तरिके से रामनवमी के दिन भाजपा के इशारे पर दंगा फसाद फैसला कर सम्प्रदायिकता सम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है ये नकली रामभक्त है। जिन्हें सीताराम कहने में परहेज करते हैं ये लोग राज्य में दंगा फसाद भडका रहे हैं इससे इनको कुछ नहीं मिलेगा! सदन के वेल मे पहुँच कर जय श्री राम एवं सरकार विरोधी नारेबाजी करते रहे।

इसपर सत्ता पक्ष के राजद, कांग्रेस, एवं जदयू के सदस्यों ने अपने अपने आसन पर खडा होकर भारी हंगामा करते हुए नोकझोंक करने लगे इससे बौखलाये सदस्यों ने आसन्न की ओर लपकना चाहा तो सभापति देवेश चन्द ठाकुर ने उसे आक्रोश भरे लहजे में माना किया, तो वे मान गए सत्ता एवं प्रतिपक्ष के बीच नोकझोंक को देखतें हुए सभापति देवेश चन्द ठाकुर ने सदन की कार्यवाही 2.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।