अडानी को कौन बचा रहा है
सेंट्रल डेस्क
एक बड़ा सवाल है जिसका जवाब सभी खोज रहे है यूरोपिय और अमेरिकी उद्योगपति/वित्तीय संस्थान तो अडानी के लिए थंब डाउन कर चुके हैं।भारत के निजी रिटेल इन्वेस्टर्स को तो अडानी की हकीकत मालूम ही है इसलिए उन्होंने उसका FPO ही सब्सक्राइब नही किया तो फिर कौन है जिसके दर पर जाकर अडानी माथा टेक रहे हैं।
अडानी दुनिया के सबसे धनी परिवार के यानी यूएई के शाही परिवार की शरण में है।पिछले एक डेढ़ हफ्ते गौतम अडानी, ग्रुप सीएफओ जुगेशिंदर सिंह समेत उनकी पूरी टीम अबू धाबी में है ।फंड जुटाने के लिए अडानी की अडानी एंटरप्राइजेज या समूह की अन्य कंपनी में कैपिटल इंफ्यूजन के लिए अबू धाबी की इंटरनेशनल हॉल्डिंग कॉप्स IHC के साथ बात चल रही है।
मदद के बदले में दुबई के शेख मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अलावा अडानी के देश भर फैले हुए पोर्ट में और अडानी द्वारा अधिग्रहण सीमेंट के शेयर में हिस्सेदारी मांग रहे हैं।
याद करें अडानी इंटरप्राइजेज के FPO की अंतिम तारीख से ठीक एक दिन पहले अबू धाबी की इस कंपनी ने अडानी के FPO में 3600 करोड़ का निवेश कर बाजी पलटने का प्रयास किया। अंतिम दिन अडानी समुह ने घोषणा की कि उनका FPO पूरी तरह से सबस्क्राइब हो गया है, जिसे बाद में अडानी ने हालात को देखते हुए खुद ही वापस ले लिया।
तब भी सवाल उठे थे कि आखिर IHC ने एफपीओ में पैसे क्यों लगाए? क्योंकि बाजार में तो एफपीओ से भी सस्ते भाव में शेयर मिल रहे थे।
अबू धाबी की इंटरनेशनल हॉल्डिंग कॉप्स के बारे में जब बीबीसी ने अपने एक लेख में उपरोक्त बाते लिखी तो उसके बाद ही बीबीसी पर छापा डाल दिया गया।