नीतीश कुमार ने अपने कुर्सी मोह में बिहार की जनता के सम्मान और गरिमा को नरेंद्र मोदी के नतमस्तक होकर ठेस पहुंचाया है : एजाज़ अहमद
News डेस्क
बिहार प्रदेश राजद के प्रवक्ता एजाज अहमद ने आज उत्तर प्रदेश में शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा अपनी सत्ता बचाने की कवायद में जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने नतमस्तक हो गए, यह स्पष्ट करता है कि उनका समाजवादी विचारधारा के प्रति कोई सोंच और दृष्टिकोण नहीं है और उन्होंने अपनी विचारधारा को परित्याग करके सिर्फ कुर्सी बचाने के लिए ही इस तरह के कसरत से बिहार की अस्मिता और सम्मान को ठेस पहुंचाया है।
एजाज ने आगे कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले जिस तरह से नीतीश कुमार ने पंजाब के लुधियाना में श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा नीतीश कुमार का हाथ पकड़कर फोटो खिंचवाने पर हाथ झटक दिया था और उस समय उन्होंने गुजरात सरकार द्वारा बाढ़ राहत के लिए दी गई 5 करोड़ की राशि को भी लौटा दिया था । आज वही नीतीश कुमार ने अपने आप को नरेंद्र मोदी के सामने शीश नवाकर यह साबित कर दिया कि उन्हें सिद्धांत से मतलब नहीं है। और सिर्फ सत्ता से मतलब है क्योंकि उन्हे इस बात का डर लगता रहा है कि जिस तरह से बिहार में भाजपा ने अपने पार्टनर पार्टी वीआईपी के तीन विधायकों को अपने साथ मिला लिया कहीं उनके साथ भी वैसा मामला ने हो जाये इसीलिए उन्होंने ने उसके बाद से ही उत्तर प्रदेश के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुए और योगी आदित्यनाथ के विचारों में स्वयं को समावेश किया। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने झुक कर हाथ पकड़ लिया यह साबित करता है कि वह अब सत्ता बचाने की कवायद में कुछ भी करने के लिए तैयार हैं और वह इस बात को भूल गए कि वह एक राज्य के मुख्यमंत्री भी हैं उनके इस एक्शन से बिहार के (12 ) बारह करोड़ लोगों के स्वाभिमान को धक्का पहुंचाया है।