पीएम मोदी ने कहा इतनी रोशनी में भी लालटेन यानी लालू की जरूरत है क्या , महागठबंधन की सरकार दौरान प्रशासनिक ढिलाई और कथित जंगलराज भीड़ के बदले कुर्सी खाली
बिहार /चुनावी माहौल और बढ़ते राजनीतिक शोर-शराबे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समस्तीपुर में एक चुनावी रैली के दौरान विपक्ष पर तीखा हमला किया। पीएम मोदी ने कहा इतनी रोशनी में भी लालटेन यानी लालू की जरूरत है क्या। इस बयान के माध्यम से उन्होंने महागठबंधन की सरकार के दौरान प्रशासनिक ढिलाई और कथित “जंगलराज” की याद दिलाई।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में बिहार में हुए विकास कार्यों का हवाला देते हुए कहा कि अब राज्य में मोबाइल की रोशनी है, जो तकनीक और आधुनिकता का प्रतीक है। उन्होंने लालू-राबड़ी शासन की तुलना वर्तमान सरकार की योजनाओं और डिजिटल सुधारों से करते हुए कहा कि पहले बिहार में विकास की गति धीमी थी, लेकिन अब बदलाव नजर आ रहा है।
प्रधानमंत्री के इस बयान ने विपक्षी दलों में हड़कंप मचा दिया। राजद नेता और मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने इसे नफरत की राजनीति करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को व्यक्तिगत टिप्पणियों की बजाय राज्य के विकास पर ध्यान देना चाहिए।
पीएम मोदी का यह बयान बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान का हिस्सा है। उन्होंने विपक्ष पर तीखे प्रहार कर युवाओं और ग्रामीण मतदाताओं को संदेश देने की कोशिश की। रैली में मोदी ने बुनियादी ढांचे, डिजिटल शिक्षा और ग्रामीण विकास पर भी जोर दिया, जिससे यह संदेश देने की कोशिश की गई कि वर्तमान सरकार विकास और तकनीकी सुधारों पर केंद्रित है।
चुनाव से पहले इस तरह के बयान राजनीतिक ध्रुवीकरण को बढ़ा सकते हैं। बिहार के मतदाताओं के लिए यह रैली और पीएम मोदी के तंज ने चुनावी मुद्दों पर बहस और चर्चा का नया मौका दिया है।

